RG Kar Rape & Murder Case, (आज समाज), नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आमरण अनशन पर बैठे डॉक्टरों के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। गौरतलब है कि कोलकाता के आरजी कर सरकारी अस्पताल में ट्रेनी महिला डाक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में अपनी मांगों को लेकर डॉक्टर 5 अक्टूबर से दोबारा हड़ताल पर बैठे हैं।
एक डॉक्टर की हालत ज्यादा बिगड़ी
बता दें कि 14 अक्टूबर यानी बीते कल सीनियर एडवोकेट इंदिरा जय सिंह ने कहा था कि मामला गंभीर हो गया है और इसकी जल्द सुनवाई की जानी चाहिए। इसके बाद अदालत ने इसे आज के लिए सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए थे। पांच डॉक्टर अनशन कर रहे हैं और पिछले कल एक डॉक्टर की हालत ज्यादा बिगड़ गई थी जिसके बाद उसे सीसीयू में दाखिल करवाया गया है। अन्य 4 डॉक्टरों की भी तबीयत बिगड़ गई है।
पहले 30 सितंबर हो हुई थी सुनवाई
बता दें कि 30 सितंबर को सुनवाई के दौरान स्रप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने नेशनल टास्क फोर्स से मामले की स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी। शीर्ष कोर्ट ने पिछली सुनवाई में सीबीआई से पूछा था कि आरजी कर जांच प्रक्रिया कितनी आगे बढ़ी है। प्रधान न्यायाधीश ने यह भी निर्देश दिया था कि जांच के दायरे में आए लोगों के नामों की सूची भी अदालत में सबमिट कराई जाए।
ममता सरकार के साथ कल बैठक रही बेनतीजा
दूसरी तरफ राज्य की ममता सरकार ने सोमवार को डाक्टर अनशन मामले में मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ मीटिंग की लेकिन यह बगैर किसी नतीजे के खत्म हो गई। मीटिंग में डॉक्टरों की ओर से भी प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक के बाद पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम के अध्यक्ष कौशिक ने कहा था कि मीटिंग में कोई समाधान नहीं निकला।
उन्होंने कहा डॉक्टर 10 दिन से अनशन पर बैठे हैं और इनमें से एक की हालत बहुत गंभीर है, वहीं चार अन्य आईसीयू में भर्ती हैं। डाक्टर कौशिक ने कहा, हमने सरकार से प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से बात करने का आग्रह किया, पर उन्होंने कहा देखेंगे। इससे साफ है कि सरकार घमंडी हो गई है।
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