Kolkata Rape & Murder: सीबीआई का दावा-अपराध स्थल से छेड़छाड़ की गई

0
127
Kolkata Rape & Murder सीबीआई का दावा-अपराध स्थल से छेड़छाड़ की गई
Kolkata Rape & Murder : सीबीआई का दावा-अपराध स्थल से छेड़छाड़ की गई

Lady Doctor Rape And Murder Case, (आज समाज), नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सौंपी स्टेटस रिपोर्ट में सीबीआई ने बताया है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हुई हत्या के मामले में अपराध स्थल से छेड़छाड़ की गई है। जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया है कि पूरे मामले में लीपापोती की कोशिश की गई।

एफआईआर पर भी उठाए सवाल

सीबीआई ने अंतिम संस्कार के बाद एफआईआर दर्ज किए जाने पर भी सवाल उठाए। सुप्रीम कोर्ट ने बीती 20 अगस्त को स्वत: संज्ञान लेकर आरजी कर कॉलेज की घटना पर सुनवाई की थी। इसी सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सीबीआई और बंगाल सरकार से घटना की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट अदालत में जमा करन का निर्देश दिया था।

शव मिलने व पुलिस के बताने में लंबा गेप

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर का शव मिलने व पुलिस को इसकी जानकारी दिए जाने के बीच में समय का लंबा गेप है। ऐसे में सीबीआई इस एंगल से जांच कर रही है कि अस्पताल प्रशासन, खासकर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने पुलिस को वारदात की जानकारी देने में इतनी देरी क्यों की?

अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टरों से पूछताछ

सीबीआई बीते शुक्रवार से प्रतिदिन लगभग 12-14 घंटे संदीप घोष से पूछताछ कर रही है। गुरुवार को भी उससे टीम ने लगातार सातवें दिन पूछताछ की। सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है सेमिनार हॉल में सबसे पहले महिला डॉक्टर के शव को किसने देखा? अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टरों से पूछताछ के बाद भी अभी यह साफ नहीं हो सका है कि शव को पहली बार सेमिनार हॉल में किसने देखा? सीबीआई ने बताया कि जिन लोगों से पूछताछ की गई है, उनके बयान विरोधाभासी हैं।

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ नाराज

सुप्रीम कोर्ट में मामले में सुनवाई के दौरान आज मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपराध स्थल को सुरक्षित करने में की गई देरी पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, अप्राकृतिक मौत मामले में जानकारी सुबह 10.10 बजे दी गई, जबकि अपराध स्थल को 11.45 बजे सुरक्षित किया गया। यह बेहद परेशान करने वाला तथ्य है। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने वारदात पर गंभीर चिंता जताई थी और साथ ही डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए नेशनल टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया था।