जानें क्यों हो रही है भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा के डांस की चर्चा

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का एक वीडियो कुछ दिनों पहले खूब वायरल हुआ था जिसमें सांसद बास्केटबॉल खेलती हुई नजर आ रही थीं। अब उनका एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें साध्वी प्रज्ञा को एक शादी कार्यक्रम में नाचते हुए देखा जा सकता है। साध्वी के इस वीडियो के आते ही राजनीतिक हमले भी शुरू हो गए हैं। कांग्रेस के नेताओं ने उनके स्वास्थ्य पर सवाल खड़े किए हैं। बता दें कि खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए प्रज्ञा अदालत में पेश न होने की मांग कर चुकी हैं और दूसरी अब उनके नाचने वाले और बास्केटबॉल खेलने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं।
बता दें कि यह वीडियो गरीब परिवार की एक बेटी की शादी का है जिसे सांसद के घर पर आयोजित किया गया था और इसी दौरान साध्वी प्रज्ञा को भी नाचते हुए देखा गया था। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्विटर पर कटाक्ष करते हुए साध्वी प्रज्ञा का वीडियो पोस्ट किया है। उन्होंने कहा है कि हमारी भोपाल की सांसद बहन प्रज्ञा ठाकुर को जब भी बास्केट बॉल खेलते हुए, बगैर सहारे के चलते हुए या इस तरह खुशी से झूमते हुए देखते है तो बड़ी खुशी होती है?
इससे पहले उनके बास्केटबॉल खेलते हुए वीडियो को पोस्ट करते हुए भी सलूजा ने उनके स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने लिखा था कि भोपाल की भाजपा सांसद साध्वी ठाकुर को अभी तक व्हील चेयर पर ही देखा था लेकिन आज उन्हें भोपाल में स्टेडीयम में बास्केट बॉल पर हाथ आजमाते देखा तो बड़ी खुशी हुई, अभी तक यही पता था कि किसी चोट के कारण वो ठीक से खड़ी और चल फिर भी नही सकती हैं? ईश्वर उन्हें हमेशा स्वस्थ रखे।
दुल्हनों ने संवाददाताओं से कहा कि वे बहुत खुश हैं और धन्य महसूस कर रही हैं। दुल्हन का पिता एक दिहाड़ी मजदूर है उसे अपनी बेटी की शादी आयोजित करने में मुश्किलें हो रही थीं। तो साध्वी प्रज्ञा ने अपने घर से बेटी की शादी का आयोजन कर दिया। दुल्हन के पिता ने कहा कि मुझे लगता है कि मुझे दूसरा जीवन दिया गया है। मैं बहुत गरीब हूं। मेरे पास अपनी बेटियों की शादी करने के लिए पर्याप्त नहीं था। लेकिन प्रज्ञा ठाकुर ने हमारी मदद की। मैं देवी मां से उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करता हूं। मैं बहुत खुश और आभारी हूं।
आपको बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं, जो अक्सर उनकी पार्टी भाजपा को शर्मिंदा करती हैं, 2008 के मालेगांव विस्फोटों की आरोपी हैं और जमानत पर बाहर हैं। 2017 में जमानत मिलने से पहले वह नौ साल तक जेल में रहीं।