कई बड़े ब्रांड्स के इलेक्ट्रिक टूथब्रश मार्केट में उपलब्ध
Electric Brush (आज समाज) नई दिल्ली: आज के समय में इलेक्ट्रिक टूथब्रश का प्रचार-प्रसार खूब हो रहा। कई बड़े ब्रांड्स के इलेक्ट्रिक टूथब्रश मार्केट में उपलब्ध है। कई लोग इसे आधुनिक और सुविधाजनक मानते हैं, लेकिन क्या यह वास्तव में जरूरी है? चलिए इसके फायदे और नुकसान विस्तार से समझते हैं।

इलेक्ट्रिक ब्रश के फायदे

  • बेहतर सफाई: इलेक्ट्रिक ब्रश की ब्रशिंग गति सामान्य ब्रश से कहीं तेज होती है। इसके कंपन और घुमावदार गति से दांतों पर जमी गंदगी अधिक अच्छी तरह से हटती है।
  • कम मेहनत में अच्छी सफाई: आपको ज्यादा ब्रशिंग स्ट्रोक्स लगाने की जरूरत नहीं होती। बस ब्रश को दांतों पर सही ढंग से लगाएं और मशीन खुद काम करती है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह बेहद सहायक है।
  • समय की पाबंदी: अधिकतर इलेक्ट्रिक ब्रश में टाइमर लगा होता है, जो आपको बताता है कि 2 मिनट ब्रशिंग पूरी हो चुकी है या नहीं। इससे ब्रशिंग आदत में संतुलन बना रहता है।
  • जिन्हें हाथ में कमजोरी उनके लिए फायदेमंद: जिन लोगों को हाथ में कंपन, गठिया या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उनके लिए मैनुअल ब्रश चलाना कठिन हो सकता है। इलेक्ट्रिक ब्रश उनके लिए आसान और प्रभावी विकल्प है।

नुकसान

  • कीमत ज्यादा: इलेक्ट्रिक ब्रश सामान्य मैनुअल ब्रश की तुलना में महंगे होते हैं। इसके अलावा इसके ब्रश हेड समय-समय पर बदलने भी होते हैं जो अलग से खर्च बढ़ाते हैं। इसकी कीमत औसतन 2,000 रुपये होती है।
  • बैटरी और चार्जिंग पर निर्भरता: इलेक्ट्रिक ब्रश बैटरी या चार्जिंग पर काम करते हैं। अगर चार्ज खत्म हो जाए तो आपको फिर से मैनुअल ब्रश का सहारा लेना पड़ सकता है।
  • गलत इस्तेमाल से मसूड़ों को नुकसान: अगर इलेक्ट्रिक ब्रश को बहुत तेज दबाव के साथ इस्तेमाल किया जाए तो मसूड़ों पर असर पड़ सकता है, जिससे खून आना या दर्द हो सकता है।
  • प्राकृतिक आदत पर असर: इलेक्ट्रिक ब्रश की आदत पड़ जाने के बाद, मैनुअल ब्रश से ब्रश करना आपको बोझिल लग सकता है। इससे आपकी सफाई की स्वाभाविक आदत प्रभावित हो सकती है।