Know Mantra And Donation For Navagraha Peace जानिए नवग्रह शांति के लिए मंत्र और दान

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Know Mantra And Donation For Navagraha Peace
Know Mantra And Donation For Navagraha Peace

आज समाज डिजिटल, अम्बाला:
Know Mantra And Donation For Navagraha Peace:
जीवन में घटने वाली घटनाओं के पीछे 9 ग्रहों के गोचर का अत्याधिक प्रभाव होता है।

ग्रहों के विशेष उपाय की जानकारी भी होना जरूरी है। व्यक्ति की जन्म तिथि, जन्म समय और जन्मस्थान के आधार पर कुंडली बनाई जाती है जिसमें Know Mantra And Donation For Navagraha Peace जिनमें सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु शामिल होते हैं। ज्योतिष में कुल 12 राशियां होती हैं। मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन।

नवग्रहों के 9 बीज मंत्र व दान सामग्री Know Mantra And Donation For Navagraha Peace

 

Know Mantra And Donation For Navagraha Peace

सूर्य : सूर्य को नवग्रहों में राजा माना जाता है। सूर्य जी को प्रसन्न करने के लिए गेहू, तांबा, घी, स्वर्ण और गुड़ का दान करना चाहिये। सूर्योदय के समय इसके मंत्र – ॐ हृां हीं स: सूर्याय नम: का जाप करना चाहिये।

चंद्रमा : चंद्रमा ग्रह को मजबूत बनाने के लिए चांदी, चीनी, सफेद वस्त्र आदि का दान करना चाहिए। ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्राय नम: का जाप करें।

मंगल : मंगल के लिये गेहूं, मसूर, लाल वस्त्र व गुड़ का दान करें। मंगल को प्रसन्न करने के लिए इसके मंत्र – ॐ क्रां क्रीं क्रों स: भौमाय नम: मंत्र का जाप करें।

बुध : बुध ग्रह का कारक मूंग, हरा वस्त्र, कपूर है। बुध को मजबूत बनाने के लिए ॐ ब्रां ब्रीं ब्रों स: बुधाय नम: का जाप करना चाहिए।

गुरु: गुरु के लिये सोना, चनादाल, पीला रंग, पीली हल्दी दान करें। इसकी शुभता के लिए 19000 बार ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरुवै नम: मंत्र का जाप करें।

शुक्र : शुक्र ग्रह का प्रमुख रत्न हीरा है। इसे मजूबत बनाने के लिये चांदी, चावल, दुग्ध, इत्र का दान करें। इसे मजबूत बनाने के लिए ॐ द्रां द्रीं द्रों स: शुक्राय नम: का बार जाप करें।

शनि : शनि ग्रह का प्रमुख रत्न नीलम है। इसका कारक तिल, तेल, काला वस्त्र और कम्बल माना जाता है। शनि को प्रसन्न करने के लिए ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नम:मंत्र का जाप, संध्या समय किया करें।

राहु : नीला वस्त्र, सरसो, उड़द दाल को राहु का कारक माना गया है। राहु की शांति के लिए -ॐ भ्रां भ्रीं भ्रों स: राहवे नम: मंत्र का जाप करें।

केतु: इस ग्रह का कारक सात अनाज, तिल और ऊनी वस्त्र है। इसको शांत करने के लिये ॐ स्रां स्रीं स्रों स: केतवे नम: मंत्र का जाप करें।

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