सही एसी का चुनाव करना एफिशिएंट कूलिंग और एनर्जी सेविंग के लिए बेहद जरूरी
(आज समाज) नई दिल्ली: गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। गर्मी बढ़ने पर एसी (एयर कंडीशनर) की मांग भी बढ़ना लाजमी। ऐसे में जगह के हिसाब से एसी का चयन करना भी जरूरी हो जाता है। सही एसी का चुनाव करना एफिशिएंट कूलिंग और एनर्जी सेविंग के लिए बेहद जरूरी होता है।
ज्यादातर सामान्य घरों में 1-टन और 1.5-टन का ही एसी खरीदा जाता है। हालांकि, इनके बीच का चॉइस कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है, जैसे कमरे का साइज, क्लाइमेट और यूज पैटर्न। इस लेख के जरिए हम बताएंगे की आपको कौनसा ऐसी खरीदना चाहिए।
कूलिंग कैपेसिटी को दिखाता एसी का टन
एसी का टन उसकी कूलिंग कैपेसिटी को दिखाता है। 1 टन कूलिंग का मतलब है कि एसी हर घंटे 12,000 BTUs (ब्रिटिश थर्मल यूनिट) हीट को हटा सकता है, जबकि 1.5-टन एसी हर घंटे 18,000 BTUs हीट हटाने में सक्षम है।
एसी का चुनाव करते समय इन बातों का रखे ध्यान
- 1-टन एसी 120 sq. ft. तक के कमरों (जैसे छोटे बेडरूम या स्टडी रूम) के लिए सही है।
- 1.5-टन एसी 120-180 sq. ft. के बीच के कमरों (जैसे मीडियम साइज के बेडरूम या लिविंग रूम) के लिए आइडियल है।
- अगर कमरे में डायरेक्ट सनलाइट आती है, ग्लास विंडोज हैं या यह टॉप फ्लोर पर है, तो यह ज्यादा हीट सोखेगा। ऐसे मामलों में ज्यादा टन वाले एसी (1.5 टन) की सलाह दी जाती है।
- अगर कमरे में अच्छी इंसुलेशन है और सनलाइट एक्सपोजर कम है, तो 1-टन एसी काफी हो सकता है।
- ज्यादा लोग मतलब ज्यादा बॉडी हीट। अगर कमरे में नियमित रूप से 2-3 से ज्यादा लोग रहते हैं, तो 1.5 टन पर विचार करें।
- TV, कंप्यूटर और फ्रिज जैसे इलेक्ट्रिकल डिवाइसेज एक्स्ट्रा हीट पैदा करते हैं। अगर कमरे में कई डिवाइसेज हैं, तो हायर कैपेसिटी एसी बेहतर ऑप्शन है।
- 1-टन एसी कम बिजली खाता है और अगर यह आपकी कूलिंग जरूरतों को पूरा करता है तो ज्यादा एनर्जी-एफिशिएंट है।
- 1.5-टन एसी तेजी से कूलिंग करता है, लेकिन ज्यादा पावर कंज्यूम करता है। हालांकि, अगर 1-टन एसी को ओवरवर्क करना पड़े, तो यह भी ज्यादा एनर्जी खा सकता है और जल्दी खराब हो सकता है।
- अगर आपका कमरा 120 sq. ft. के आसपास है, तो एफिशिएंसी के लिए 1 टन चुन सकते हैं। लेकिन अगर कमरा 130-150 sq. ft. का है या हीट एक्सपोजर ज्यादा है, तो 1.5-टन एसी में इन्वेस्ट करना बेहतर कूलिंग और लॉन्ग-टर्म एफिशिएंसी सुनिश्चित करेगा।
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