Aaj Samaj (आज समाज), पानीपत : महंगे प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर अब सिविल अस्पताल में घुटनों के दूरबीन से ऑपरेशन हो सकेंगे। ऐसा सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने करके दिखाया है। सिविल अस्पताल में पहली बार गोयला कलां के पहलवान शौकिन की आर्थ्रोस्कॉपी की गई है। इसे घुटने की लगाम टूट गई थी या डॉक्टरों की भाषा में कहे तो इसे लिगामेंट इंजरी कहते हैं। मरीज का शनिवार को सिविल अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया है।
मरीज का हालचाल जानने पहुंचे सीएमओ डॉ. जयंत आहुजा
इसमें हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव, डॉ. प्रदीप, बेहोशी स्पेशलिस्ट डॉ. जयदीप दहिया, ओटी टेक्नीशियन गोवर्धन ने सफल ऑपरेशन किया। इसके मरीज का हालचाल जानने के लिए सीएमओ डॉ. जयंत आहुजा, डिप्टी एमएस डॉ. अमित पोरिया, आयुष्मान योजना के जिला मैनेजर सोहन सिंह ग्रोवर पहुंचे। सीएमओ डॉ. जयंत आहुजा ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत मरीज का पूरा इलाज फ्री में हुआ है, इसमें सरकार की ओर से करीबन 98 हजार पैकेज है। अगर निजी अस्पताल की बात करें तो इस सर्जरी के डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च होते। सीएमओ ने बताया कि डॉक्टरों की टीम अभी तक दो हिप रिप्लेसमेंट कर चुकी है, तो वहीं आने वाले समय में दूरबीन मशीन भी मंगाई जाएगी।
अस्पताल में पहली बार दूरबीन से सर्जरी की गई
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वैभव ने बताया कि 6 से 7 महीने पहले शौकिन अस्पताल में इलाज के लिए आया था। उसने बताया कि वह कुश्ती का नेशनल खिलाड़ी है। 2020 में हिमाचल में कुश्ती खेलते हुए उसे चोट लग गई। उसको लगातार दर्द होता था व चलते समय लचक भी आती थी। डॉ. वैभव ने बताया कि घुटने के अंदर बारीक धागे यानी रस्सियां होती हैं। जो किसी झटका लगने एक्सीडेंट होने या किसी अन्य कारण से टूट जाती हैं। इन्हें आम भाषा में घुटने के धागे बोला जाता है। इसे डॉक्टरी भाषा में लिगामेंट इंजरी कहते हैं। इसके बाद मरीज के ऑपरेशन की तैयारी तो वह पीलिया ग्रस्त आ गया। फिर तीन महीने की दवा और तीन महीने में उसे देखरेख में रखा। अब सभी टेस्ट करने के बाद नॉर्मल आया तो उसकी सर्जरी की गई। अस्पताल में पहली बार दूरबीन से सर्जरी की गई है।