नई दिल्ली। केन्द्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसान की मांग है कि सरकार कृषि कानून को वापस ले। सरकार और किसानों के बीच कई चरणों में वार्ता हुई हैलेकिन अब तक वार्ता बेनतीजा ही रही है। किसानों ने कहा है कि वह अपना प्रदर्शन आने वाले दिनों में और तेज करेंगे। दिल्ली के करीब सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों की संख्या में महिलाएं शामिल होने वाली है। सूत्रों के अनुसार प्रदर्शन कर रहे किसानों केपरिवारों की 2000 से अधिक महिलाएं वहां कुछ दिनों में पहुंच सकती हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों की ओर से कहा गया कि महिलाओं के लिए प्रबंध किए जा रहे हैं। उनके लिए अलग से तंबू लगाए जा रहे है, अलग से लंगर चलाने की योजना बनाई गई है और अतिरिक्त शौचालयों की व्यवस्था भी की गई है। अलग-अलग राज्यों के किसान सितम्बर में पारित हुए नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली से लगे सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर दो सप्ताह से डटे हुए हैं। इसके मद्देनजर कई मार्ग बंद किए गए हैं और लोगों को परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक रास्तों से जाने की सलाह दी गई है। पुलिस ने बताया कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद है और लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने को कहा गया है और मुकरबा तथा जीटीके रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है। उन्होंने कहा कि आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से बचें। प्रदर्शन के कारण गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद रहेगा।