चंडीगढ़। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसानों का दिल्ली कूच का कार्यक्रम हैजिससे केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके। जिसे देखते हुए किसानोंके दिल्ली मार्च से पहले ही हरियाणा सरकार ने सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। किसानों केआंदोलन और दिल्ली मार्च को देखते हुए अंबाला मेंचंडीगढ़-दिल्ली हाईवे और शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। हरियाणा पुलिस ने जनता के लिए एडवाइजरी जारी की और अपने यात्रा कार्यक्रम को संशोधित करने की अपील भी की है।
– किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर हरियाणा में सभी सीटीयू (चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग) का परिचालन 25 से 27 नवंबर तक निलंबित रहेगा।
-अंबाला : दिल्ली जा रहे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे को सील कर दिया है। हालांकि कुछ प्रदर्शनकारी इकत्रित हुए जिन्हें तितर बितर करने केलिए वाटर कैनन सेपानी की बौछार की गई। पुलिस की सख्ती के कारण आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिला। गाड़ियों अपना रूट बदलकर निकलती दिखीं।
हरियाणा बार्डर सील
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के दिल्ली मार्च के पहले पंजाब के साथ लगने वाली राज्य की सीमाएं 26 और 27 नवंबर को बंद रहेंगी। खट्टर ने कहा था कि कुछ किसान नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सख्त कदम उठाएगी। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की निंदा करते हुए बताया था कि मंगलवार सुबह से 31 किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। खट्टर ने कहा कि हम जनता से अपील करते हैं कि 25 और 26 नवंबर को उन्हें हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर आने से बचना चाहिए। 26 और 27 नवंबर को उन्हें हरियाणा-दिल्ली सीमा पर जाने से परहेज करना चाहिए। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम हर जरूरी कदम उठाएंगे।
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