हरियाणा की खेल नीति देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सबसे अच्छी
आज समाज डिजिटल,चंडीगढ़:
हरियाणा में हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स की वजह से अब तेजी से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों का उदय राज्य में होगा और हरियाणा अब कुुश्ती और कबड्डी की तरह अन्य खेलों में भी लीड करेगा। वर्तमान राज्य सरकार ने हरियाणा में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल नीति बनाई है और खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लेने वाले विभिन्न प्रदेशों के खिलाडिय़ों और कोचों से बातचीत के दौरान यह बात सामने आ रही है कि सभी इस खेल नीति की सराहना कर रहे हैं जिससे हरियाणा में खेलों को बेहतरीन तरीके से बढ़ावा मिल रहा है। यही वजह है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में हरियाणा अभी तक सबसे अधिक गोल्ड मेडल लेकर सबसे आगे चल रहा है।
थांग-ता, कलारिपायत्तू और मलखंब इत्यादि में हरियाणा के खिलाड़ी आने वाले समय में करेंगे लीड
ऐसा माना जा रहा है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स खिलाडिय़ों व दर्शकों पर एक अमिट छाप तो छोडेंगे ही और साथ में खेलो इंडिया यूथ गेम्स को आयोजित करने के लिए जिस प्रकर से पंचकूला व अम्बाला सहित अन्य जगह पर बुनियादी ढांचे तैयार किए गए हैं उससे आने वाले समय में खिलाडिय़ों के साथ-साथ आयोजकों को भी फायदा होगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में कई ऐसे गेम है जो पहली बार आयोजित किए जा रहे हैं जिनका आयोजन विशेष तौर पर पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में किया जा रहा है। इन खेलों में हालांकि हरियाणा के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं परंतु इन खेलों में हमारे खिलाडिय़ों के पास उतना अनुभव नहीं है। लेकिन अब उनके खेल को देखकर लग रहा है कि इन स्वदेशी खेलो जैसे कि थांग-ता, कलारिपायत्तू और मलखंब इत्यादि में हरियाणा के खिलाड़ी आने वाले समय में लीड करेंगे और अपना वर्चस्व कायम करेंगे।
स्कूली बच्चों में इन स्वदेशी खेलों के साथ-साथ विभिन्न खेलों में विशेष रुचि दिखाई दे
स्कूली बच्चों में इन स्वदेशी खेलों के साथ-साथ विभिन्न खेलों में विशेष रुचि दिखाई दे रही है । एक राजकीय स्कूल से मैच देखने आए आठवीं कक्षा के विद्यार्थी अहमद ने बताया कि वे आज यहां पर वॉलीबॉल का खेल देखने आए हैं जिसमें राजस्थान और केरला की टीम का मुकाबला हो रहा है ।इस मुकाबले में हालांकि केरल ने बहुत कम मार्जिन से राजस्थान को शिकस्त दी लेकिन यह मैच उन्हें बहुत अच्छा लगा और वे अब वॉलीबॉल खेल को अपने जीवन में अपनाना चाहते हैं। उसने यह भी कहा कि वे खेलो इंडिया यूथ गेम्स के समापन के पश्चात यहां पर कोच से संपर्क करके वॉलीबॉल के खेल को अपने जीवन में अपनाएंगे।
मित्रों व सहेलियों को हैंडबॉल खेेलने के लिए प्रेरित भी करेंगी सरिता
ऐसे ही हैंडबॉल के हो रहे मैच के दौरान स्कूली छात्राओं में सरिता कुमारी, जो की आठवीं कक्षा में पढ़ती हैं, ने बताया कि वह आज यहां पर हैंडबॉल का मैच देखने आई है और उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि इस इंडोर स्टेडियम में हैंडबॉल के लिए बेहतरीन अवसरंचना स्थापित की गई है और इस अवसंरचना को देखकर वे काफी प्रभावित है। वह चाहती है कि हरियाणा में खेलो को बढ़ावा देने के लिए और भी कई प्रकार के गेम्स आयोजित किए जाएं। उन्होंने बताया कि वे अपने मित्रों व सहेलियों को हैंडबॉल खेेलने के लिए प्रेरित भी करेंगी।
हरियाणा की खेल नीति काफी अच्छी : हैंडबॉल कोच
राजस्थान की हैंडबॉल टीम के कोच से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि हरियाणा की खेल नीति काफी अच्छी है और यहां पर जिस प्रकार खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेेलों में मेडल जीतने पर सबसे अधिक राशि और सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं उससे खिलाडिय़ों का रुझान अपनी पसंद के खेलों में बढ़ा है।
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