Khel Ratna Award: हरियाणा की बेटी मनु भाकर सहित 4 खिलाड़ियों को मिलेगा अवॉर्ड

0
312
Khel Ratna Award: हरियाणा की बेटी मनु भाकर सहित इस बार 4 खिलाड़ियों को मिलेगा अवॉर्ड
Khel Ratna Award: हरियाणा की बेटी मनु भाकर सहित इस बार 4 खिलाड़ियों को मिलेगा अवॉर्ड
  • राष्ट्रपति प्रदान करेंगी पुरस्कार

Sports Ministry News, (आज समाज), नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक-2024 में दो बार ओलंपिक पदक जीतने वाली हरियाणा की बेटी मनु भाकर समेत इस बार चार खिलाड़ियों को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार पाने वाले अन्य तीन खिलाड़ियों में विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश, भारतीय पुरुष हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार के नाम हैं। खेल मंत्रालय ने आज यह एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी।

राष्ट्रपति भवन में 17 जनवरी को होगा कार्यक्रम

खेल मंत्रालय के मुताबिक विजेताओं को 17 जनवरी, 2025 को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पुरस्कार दिए जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें यह अवॉर्ड देंगी। समिति की सिफारिशों के आधार पर और उचित जांच के बाद सरकार ने खिलाड़ियों के अलावा कोचों, विश्वविद्यालय और संस्था को पुरस्कार प्रदान करने का निर्णय लिया है।

मनु एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली एथलीट

खेल मंत्रालय के बयान के अनुसार 22 वर्षीय मनु भाकर अगस्त-2024 में पेरिस में आयोजित ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धाआं में कांस्य जीतने वाले अपने प्रदर्शन के साथ ओलंपिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली एथलीट बन गईं।

हमरानप्रीत ने हॉकी टीम को लगातार दूसरा कांस्य दिलाया

खेल मंत्रालय ने बताया है कि पेरिस ओलंपिक में ही हमरानप्रीत ने भारतीय हॉकी टीम को लगातार दूसरा कांस्य पदक दिलाया था। दूसरी ओर, 18 वर्षीय गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बने और साथ ही उन्होंने पिछले साल शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम को ऐतिहासिक स्वर्ण जीतने में भी मदद की।

दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर पर निर्भर

चौथा पुरस्कार पैरा हाई-जंपर प्रवीण को मिलेगा, जिन्हें पेरिस पैरालिंपिक में टी64 चैंपियन का खिताब मिला था। टी64 वर्गीकरण उन एथलीटों के लिए है जिनके घुटने के नीचे एक या दोनों पैर नहीं हैं और दौड़ने के लिए उन्हें कृत्रिम पैर पर निर्भर रहना पड़ता है।

ये भी पढ़ें : Places Of Worship Law: ओवैसी की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार