Rohtak News: (आज समाज) रोहतक: हरियाणा के रोहतक के बहुअकबरपुर गांव के अठगामा भवन में रविवार को खाप की पंचायत हुई। इसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि गांव-गोत्र व गुहांड में शादी, सहमति संबंधों और उनसे पैदा हुए बच्चों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। तय हुआ कि मुख्यमंत्री को मांगपत्र दिया जाएगा, ताकि सरकार इस तरह की शादी, सहमति संबंध को कानूनी मान्यता न दे। पंचायत ने कहा कि ऐसे संबंध और रिश्ते समाज की भावनाओं को ठेस पहुंच रहे हैं। इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। अठगामा प्रधान धर्मबीर पहलवान ने खाप पंचायत की अध्यक्षता की। कहा, सामाजिक रीति-रिवाज व प्रबंधों के खिलाफ कानून बनाकर समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। सहमति संबंध व इससे पैदा होने वाले बच्चों को कानूनी मान्यता देना भी गलत है। एक ही गांव, समगोत्र, समलैंगिंग व प्रेम विवाह को कानूनी संरक्षण देना गलत है। अठगामा की पंचायत ने निर्णय लिया है कि ऐसी बुराइयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा, ताकि वे अपने बच्चों को इन बुराइयों से दूर रख सकें। सभी खापों के सहयोग से अठगामा की तरफ से मुख्यमंत्री व दूसरे मंत्रियों को मांगपत्र भेजने की बात कही गई।
5 दिन पहले हुई थी तीन जिलों की खापों की पंचायत
गांव, गोत्र व गुहांड में शादी, सहमति व समलैगिंग संबंधों में विरोध में 3 जुलाई को रोहतक में रोहतक, सोनीपत व झज्जर की खाप पंचायतों की बैठक हुई थी। बैठक में हिंदू विवाह कानून 1955 में संशोधन की मांग रखी गई थी। अहलावत खाप प्रधान जय सिंह अहलावत, दहिया खाप प्रधान सुरेंद्र दहिया, कादयान खाप प्रधान राजपाल कादयान, सर्व खाप प्रवक्ता कैप्टन जगबीर मलिक, हुड्डा खाप पूर्व प्रधान धर्मपाल हुड्डा, रोहतक खाप 84 प्रधान हरदीप अहलावत, गठवाला खाप प्रतिनिधि सूरजमल मलिक, सूरजमल मदाना, इंद्र सिंह हुड्डा, सुखचंद कादयान, राजवीर डबास, सोमवीर, उमराव बेरी, मदन अहलावत सतीश बल्हारा, सुखी राम, सुनारिया सतगामा प्रधान प्रकाश बुधवार ने सरकार से मांग की थी कि कानून बनाकर खाप पंचायत की मांगों को पूरा किया जाए। इसके लिए मुख्यमंत्री से मिलने का समय भी मांगा गया था।