
Aaj Samaj (आज समाज), Kejriwal Contional Bail, नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर तो आ गए लेकिन वे किसी तरह का आधिकारिक काम नहीं कर पाएंगे, क्योंकि कोर्ट ने उन पर पाबंदियां लगाई हैं। आधिकारिक काम के अलावा भी केजरीवाल पर और बंदिशें हैं। केजरीवाल से पहले दिल्ली शराब घोटाले में ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल चुकी है।
21 दिन ही खुली हवा में ले पाएंगे सांस
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए बीते कल यानी शुक्रवार को दिल्ली सीएम को कुछ शर्तोंं के साथ एक जून तक अंतरिम जमानत दी है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि उन्हें 2 जून को हर हालत में सरेंडर करना होगा। मतलब मुख्यमंत्री 21 दिन ही जेल से बाहर खुली हवा में सांस ले सकेंगे। केजरीवाल के वकील ने 4 जून तक की रिहाई को अनुरोध किया था, मगर कोर्ट ने उनकी इस अपील को खारिज कर दिया।
परिजनों व पार्टी वर्कर्स ने जोरदार स्वागत किया
केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। वह तब से न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। बीते कल अक्षय तृतीया का दिन उनके लिए काफी शुभ रहा, क्योंकि कल ही उन्हें जमानत मिली और कल शाम को वह घर भी आ गए। जेल से बाहर आने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही परिजनों ने केजरीवाल का जोरदार स्वागत किया।
आम आदमी पार्टी को मिली काफी राहत,
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ‘आप’ को काफी राहत मिली है, जो अपने शीर्ष नेता की अनुपस्थिति में चुनाव प्रचार अभियान को रफ्तार देने के लिए संघर्ष करती नजर आ रही थी। शीर्ष कोर्ट द्वारा केजरीवाल के मुख्यमंत्री कार्यालय या फिर दिल्ली सचिवालय जाने पर रोक के अलावा उन पर और भी पाबंदियां लगाई हैं जिनका उन्हें पालन करना होगा।
किसी फाइल पर दस्तखत नहीं कर सकेंगे सीएम, गवाहों से बात पर भी पाबंदी
जेल से बाहर आने के बावजूद अरविंद केजरीवाल कुछ काम नहीं कर सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट की शर्तों के अनुसार वह सीएम होते हुए भी मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जा सकेंगे। सचिवालय जाने पर रोक रहेगी। इसके अलावा केजरीवाल सरकारी फाइलों पर हस्ताक्षर भी नहीं कर सकेंगे। हालांकि, यदि उपराज्यपाल को लगता है कि किसी फाइल पर सीएम का हस्ताक्षर अनिवार्य है, तब उस परिस्थिति में केजरीवाल सिग्नेचर कर सकते हैं। इसके अलावा केजरीवाल दिल्ली की निरस्त आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉड्रिंग केस के गवाहों से बात नहीं कर सकेंगे। इस तरह अंतरिम जमानत पर रहने के दौरान केजरीवाल पर ये चार प्रमुख पाबंदियां रहेंगी।
जानिए आप संयोजक ने जेल से बाहर आने पर क्या कहा, आज जाएंगे हनुमान मंदिर
तिहाड़ जेल से बाहर आने पर भगवान हनुमान के प्रति अक्सर अपनी श्रद्धा रखने वाले केजरीवाल ने कहा, यह उनका ही आशीर्वाद है कि वह जेल से बाहर आए हैं। जेल के गेट नंबर चार से केजरीवाल के बाहर निकलने पर आप के नेताओं, कार्यकर्ताओं व पार्टी समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। कार की सनरूफ से खड़े होकर केजरीवाल ने ‘जेल के ताले टूट गए, केजरीवाल छूट गए’ के नारों के बीच आप कार्यकर्तार्ओं और समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह शनिवार सुबह 11 बजे कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर जाएंगे और दोपहर बाद 1 बजे आप कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
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