इशिका ठाकुर,करनाल :
- स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम के तहत स्वच्छता ड्राईव चला आमजन को दिया स्वच्छता का संदेश।
अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि जहां स्वच्छता होती वहां ईश्वर का वास होता है। स्वच्छ स्थान पर रहने से हमारा स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। शास्त्रों में भी पहला सुख निरोगी काया को बताया गया है। स्वस्थ व्यक्ति ही अपने दैनिक जीवन के कार्य पूरी क्षमता के साथ कर सकता है।
स्वच्छता का संदेश दिया
समाज के हर व्यक्ति को स्वच्छता के इस महत्व को समझते हुए अपना नजरिया बदलना चाहिए और अपने घर के अतिरिक्त आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने के लिए योगदान देना चाहिए। ऐसा करके हम अपने गांव, वार्ड, शहर, प्रदेश और देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ बना सकेंगे। एडीसी बुधवार को स्थानीय लघु सचिवालय परिसर में क्लीन इंडिया थीम पर आयोजित स्वच्छ भारत 2.0 कार्यक्रम के तहत स्वच्छता ड्राईव चलाने से पूर्व सचिवालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को संबोधित कर रही थी। इसके उपरांत एडीसी डा. वैशाली शर्मा, सीईओ जिला परिषद गौरव कुमार, जिला युवा अधिकारी रेनू सिलग, स्वच्छ भारत मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजकुमार संधू, स्वच्छ भारत मिशन के सभी खंड समन्वयक सहित सचिवालय के अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों व नेहरू युवा केन्द्र के वॉलियंटर्स ने सफाई अभियान चलाकर आमजन को स्वच्छता का संदेश दिया।
प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी
कार्यक्रम में एडीसी ने कहा कि जिस प्रकार हम दीपावली से पूर्व अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं, उसी प्रकार हमें अपने कार्यालयों व आसपास के क्षेत्र में भी स्वच्छता अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी और इसे प्रयोग न करने के बारे में जागरूक किया। इस मौके पर उन्होंने उपस्थितजनों को स्वच्छता की शपथ दिलाते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था, उसमें सिर्फ राजनीतिक आजादी ही नहीं थी बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां धरती को आजाद कराया। अब हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा, हर वर्ष 100 घंटे यानि हर सप्ताह 2 घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा। मैं ना गंदगी करूंगा, ना किसी और को करने दूंगा। सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मोहल्ले से, मेरे गांव से तथा मेरे कार्यस्थल से शुरुआत करूंगा।
मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं, उसका कारण है यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और ना ही होने देते हैं। इस विचार के साथ में गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा। मैं आज जो शपथ ले रहा हूं वह अन्य व्यक्तियों से भी करवाउंगा, वह भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।
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