- स्वास्थ्य टीमों ने 17 घरों से डेंगू के लार्वा नष्ट किए
नवांशहर, जगदीश :
सिविल सर्जन डॉ. दविंदर ढांडा के दिशा-निर्देशों के तहत जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. राकेश पाल के कुशल नेतृत्व में जिला स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से बचाव के लिए सर्वे व जागरूकता अभियान चलाया है. इसी कड़ी के तहत स्वास्थ्य विभाग की 13 डेंगू रोधी टीमों ने शुक्रवार को नवांशहर में घर-घर जाकर रेफ्रिजरेटर ट्रे, बर्तन, कूलर आदि की जांच की. शहर में आज कुल 1216 से अधिक घरों की जांच की गई, जिनमें से 17 घरों में डेंगू के लार्वा मिले, जो मौके पर ही नष्ट हो गए।
स्वास्थ्य टीमों ने 17 घरों से डेंगू के लार्वा नष्ट किए
इस संबंध में जिला महामारी विज्ञानी डॉ. राकेश पाल ने आज आशा कार्यकर्ताओं और ब्रीडर चेकर्स के साथ आयोजित बैठक में बताया कि जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि जहां भी डेंगू के लार्वा पाए जाएं, उन्हें तत्काल नष्ट किया जाए।
डॉ। पाल ने जिलेवासियों से डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य टीमों का सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन लोगों के सहयोग से ही डेंगू पर पूरी तरह से काबू पाया जा सकता है. डेंगू की रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आजकल ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जो पूरे शरीर को ढँक दें। उन्होंने जिले के निवासियों से डेंगू से पूरी तरह सतर्क रहने और खुद को बचाने का आग्रह किया. अगर किसी को डेंगू के लक्षण नजर आते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाकर जांच करानी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज बिल्कुल मुफ्त है।
डेंगू बुखार के अन्य लक्षण
जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट ने बताया कि बारिश को देखते हुए मच्छरों के उत्पादन में इजाफा हुआ है। जिससे डेंगू बुखार फैलने का खतरा बढ़ जाता है। डेंगू बुखार से खुद को और समाज को बचाने के लिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें। मच्छरों के प्रजनन के स्रोतों को समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार को सूखा दिवस मनाया जाता है और प्रत्येक रविवार को डेंगू के खिलाफ अभियान चलाया जाता है, जिसके तहत लोग कार्यालयों/संस्थानों और घरों में कूलर, रेफ्रिजरेटर ट्रे, पक्षियों के लिए रखे पानी के कटोरे आदि को साफ करते हैं। घर में कबाड़। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार के लक्षण जैसे तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, त्वचा पर चकत्ते दिखाई दें तो उसे तुरंत स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच करानी चाहिए। . राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार की जांच और इलाज नि:शुल्क किया जाता है। उन्होंने सभी समाज सेवा संगठनों के प्रतिनिधियों और लोगों से डेंगू बुखार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग देने की अपील की।
इस मौके पर अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे
इस मौके पर स्वास्थ्य निरीक्षक राजीव कुमार, जोगिंदर पाल सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
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