देश में बढ़ रहे है ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले
(आज समाज) नई दिल्ली: तकनीक के इस युग में आॅनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहे है। सरकार द्वारा जागरूक करने के बाद भी लोग आॅनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो रहे है। देश में हजारों लोग प्रतिदिन जालसाजों का शिकार बन रहे हैं। लोग मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में हैकर्स की बातों में आ जाते है और अपनी गोपनीय जानकारी हैकर्स को दे देते है।
हर दिन साइबर अपराधी लोगों के बैंक खातों से पैसे निकालने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। डिजिटल गिरफ्तारी से लेकर ट्रेडिंग धोखाधड़ी तक, आम नागरिक आए दिन इन जालसाजों का शिकार बन रहे हैं। गूगल ने हाल ही में उपयोगकर्ताओं को इन साइबर ठगों से सुरक्षित रहने और धोखाधड़ी की पहचान करने के कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताए हैं।
क्रिप्टो निवेश से सतर्क रहें
यदि आपको किसी ईमेल या संदेश के जरिए किसी क्रिप्टो निवेश योजना में उच्च रिटर्न का वादा किया गया है, तो यह संभवत: एक स्कैम है। कोई भी वास्तविक योजना आपको कम समय में धन दोगुना करने की गारंटी नहीं दे सकती। यदि कोई आॅफर या डील बहुत अच्छा लग रहा है, तो यह संभवत: एक धोखा है।
एप स्टोर या गूगल प्ले-स्टोर से ही डाउनलोड करें एप
कई साइबर अपराधी लोकप्रिय एप्स और वेबसाइटों की नकल कर यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। ये नकली पोर्टल दिखने में बिलकुल असली जैसे लग सकते हैं और कभी-कभी नई आकर्षक सुविधाएं भी जोड़ देते हैं। ऐसे में किसी भी एप को केवल एप स्टोर या गूगल प्ले-स्टोर से ही डाउनलोड करें।
लैंडिंग पेज क्लोकिंग से बचें
यह एक हाईटेक ठगी है, जिसमें स्कैमर्स यूजर्स को और गूगल को अलग-अलग कंटेंट दिखाते हैं। ऐसी वेबसाइटें यूजर्स को लोकप्रिय वेबसाइटों जैसा अनुभव देती हैं और उनसे लॉगिन आईडी और अन्य क्रेडेंशियल्स मांगती हैं। इसका इस्तेमाल उनके खातों पर नियंत्रण पाने और पैसे चोरी करने के लिए किया जाता है। इन्हें पहचानने के लिए यूआरएल को ध्यान से देखें और यह सुनिश्चित करें कि रीडायरेक्शन के बाद भी यूआरएल एक समान रहे।
डीपफेक वाले मैसेज
गूगल ने कहा है कि किसी भी वीडियो, आॅडियो और फोटो को ध्यान से देखें। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें देखा गया है कि किसी सेलेब्रिटी को किसी ट्रेडिंग एप को प्रमोट करते हुए दिखाया गया है, जबकि उस सेलेब्रिटी ने उस एप को कभी प्रमोट ही नहीं किया है।
पहली नजर में इस तरह के वीडियो और आॅडियो वास्तविक लगते हैं लेकिन यदि आप ध्यान से इन्हें देखेंगे और सुनेंगे तो पता चलेगा कि इन कंटेंट को एआई की मदद से तैयार किया गया है। इस तरह के वीडियो के चक्कर में ना पड़ें और भरोसा करके निवेश ना करें।
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