Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने पुलिस अधिकारियों की अहम बैठक ली। इस दौरान डीजीपी ने प्रदेश से नशा तस्करी खत्म करने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की अपील की। पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने अच्छा काम करने वाले जिलों के प्रयासों की सराहना की और कम प्रदर्शन करने वाले जिला प्रमुखों को इस संबंधी प्रयत्नशील होने के लिए कहा।
उन्होंने सीपीज/एसएसपीज को आपराधिक तत्वों के खिलाफ निवारक कार्रवाई करने को भी कहा। डीजीपी ने ड्रग्स के खिलाफ चल रहे अभियान का भी जायजा लिया और जिला पुलिस प्रमुखों को ड्रग सप्लायर्स और तस्करों पर नकेल कसने के लिए कहा ताकि नशे की आम उपलब्धता कम किया जा सके।
उन्होंने महत्वपूर्ण मामलों में निरंतर फॉलोअप करने की हिदायत देते हुए, फील्ड अधिकारियों को बड़ी मछलियों को पकड़ने और सभी ड्रग मामलों में आगे और पीछे की कड़ी स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीपीज/एसएसपीज को एनडीपीएस अधिनियम की धारा 68एफ के तहत बड़ी मछलियों की अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को फ्रीज करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस कमिश्नरों/एसएसपीज को राज्य में अधिक से अधिक ग्राम स्तरीय रक्षा समितियां (वीएलडीसी) बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा।
12 हजार वीएलडीसी बनाने का लक्ष्य दिया
कम से कम 12000 वीएलडीसी बनाने का लक्ष्य देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में एक वीएलडीसी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 6500 वीएलडीसी हैं, जो जमीनी स्तर पर सुरक्षा बलों को वास्तविक समय की जानकारी साझा करने में मदद कर रहे हैं, जिससे राज्य में ड्रग नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिल रही है।