Sonipat News (आज समाज) सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत सीट से भाजपा की टिकट न मिलने से नाराज कविता व राजीव जैन ने पार्टी आलाकमान को 10 सितंबर का एक और मौका दिया है। रविवार को वर्करों की मीटिंग में राजीव जैन ने कहा कि हमारी नाराजगी कविता या राजीव जैन को टिकट मिलने की नहीं बल्कि भाजपा के किसी वर्कर की बजाय बाहर से नेता लाकर टिकट देने की है। उन्होंने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बना रहे हैं। उनसे चर्चा करेंगे और 10 सितंबर तक भाजपा के फैसले का इंतजार करेंगे। बता दें कि भाजपा ने सोनीपत के मेयर निखिल मदान को टिकट दी है। वे दो महीने पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद दो बार यहां चुनाव जीत चुकी कविता जैन व उसके समर्थकों ने मोर्चा खोल दिया था। कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफे भी दे दिए थे। राजीव जैन व कविता जैन ने आगामी फैसले के लिए आज मुरथल रोड स्थित रॉयल कैसल गार्डन में अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। बैठक में राजीव जैन ने भाजपा और स्थानीय लोगों के लिए किए संघर्ष संघर्ष की याद दिलाई। उन्होंने वर्करों को बताया कि पार्टी ने उनको बुलाया था। आश्वासन दिया है। वे अब पार्टी को 10 सितंबर तक का समय देते हैं। इसके बाद टिकट न मिलने पर आगामी कदम पर राजीव जैन ने कहा कि शहर के गणमान्य लोगों की कमेटी बनाकर उनसे चर्चा करेंगे। वो जो भी सुझाव देंगे, उनसे कार्यकर्ताओं को अवगत करा कर आगे का फैसला लेंगे। राजीव जैन ने कहा कि पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में रोष है कि उनकी अनदेखी करके बाहर से प्रत्याशी लाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से आए नेता को टिकट देने से पार्टी के कार्यकर्ताओं व शहर के लोगों की भावनाएं आहत हैं। उनके वर्कर सम्मेलन में उमड़ी भीड़ ने से साबित भी कर दिया है कि शहरवासी चाहते हैं कि भाजपा टिकट बदले। भाजपा आलाकमान ने उनको भरोसा दिलाया है, वे पार्टी के फैसले का 10 सितंबर तक इंतजार करेंगे। राजीव जैन ने दावा किया कि हलके के लोग इस प्रकार के आयातित लोगों को वोट देने का काम नहीं करेंगे। भाजपा द्वारा तीन बार कविता जैन को टिकट देने व मंत्री बनाने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि वो पार्टी आलाकमान से कहना चाहते हैं कि भाजपा में और भी नेता व कार्यकर्ता हैं, बाहर से उम्मीदवार लाने की बजाय उनको टिकट दें, वे विरोध नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी में वरिष्ठ नेता ललित बत्रा थे, तरूण देवीदास थे, पूर्व मंत्री अनिल ठक्कर थे, इनमें से किसी को टिकट दे देते तो पार्टी में कोई विरोध नहीं होता। वो भी हमारे कार्यकर्ता हैं। ये ठीक है कि भाजपा ने उनको तीन बार टिकट दी है, लेकिन वे कहना चाहेंगे कि उस समय भाजपा की टिकट लेने के लिए कोई तैयार नहीं था। तब हमने भाजपा की पतवार को थामा था। सोनीपत सीट जीत कर उनकी झोली में डाली। उस समय सोनीपत जिले के 6 हलकों में से भाजपा केवल सोनीपत में जीती थी। जैन ने कहा कि इसके बाद भाजपा ने उनको आगे बढ़ाया, लेकिन वे एक बात कहना चाहते हैं कि आज भी हमारे अलावा भाजपा के किसी कार्यकर्ता को टिकट देकर आलाकमान आगे बढ़ाएं वो भाजपा के साथ हैं। आराम से उनकी मदद करेंगे। निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर राजीव जैन ने कहा कि हमें पार्टी नेताओं ने बुलाया था। एक घंटे तक मीटिंग हुई। उनको कहा गया कि वे सारी रिपोर्ट ले रहे हैं। इसके बाद हमें बताएंगे। हम पार्टी के जवाब के इंतजार में हैं। इसको देखते हुए 10 सितंबर तक वेट करेंगे। यश या नो होता है तो उस पर फैसले के लिए समाज के 21 लोगों की कमेटी बनाई है। इसकी घोषणा आज हो जाएगी। कमेटी 10 सिंतबर की रात को बैठकर पूरे हालात पर चर्चा करेगी। इसमें जो तय होगा, उसके हिसाब से आगे का कदम उठाएंगे।