Karnataka Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए आठ महिलाओं समेत 189 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। अब केवल 34 नामों का ऐलान होना बाकी है। जारी की सूची के अनुसार राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई शिगगांव से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, दूसरी लिस्ट भी जल्द जारी की जाएगी। पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र अपने पिता के शिकारीपुरा निर्वाचन क्षेत्र से किस्मत आजमाएंगे।
- ओबीसी से 32, एससी से 30, एसटी से 16 को टिकट
- बीजेपी ने पांच वकीलों को भी चुनाव मैदान में उतारा है
कुछ मंत्रियों को दो जगह से दी गई टिकट
केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर कल रात लिस्ट जारी की। इसके अनुसार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि अपनी परंपरागत चिकमंगलूर सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं मंत्री आर अशोक को इस बार दो सीटों से चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है। वह राज्य के कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार के खिलाफ कनकपुरा से और इसके अलावा पद्मनाभनगर सीट से भी चुनाव लड़ेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री इस सीट से लड़ेंगे चुनाव
मंत्री वी सोमन्ना भी दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। वरुणा सीट से उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से होगा। इसके अलावा पार्टी ने उन्हें चामराजनगर से भी टिकट दिया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर सुधाकर के. चिक्कबल्लापुर सीट तो मंत्री डॉक्टर अश्वथनारायण सीएन मल्लेश्वरम सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। पार्टी ने ओबीसी से 32, एससी से 30, एसटी से 16 और 5 वकीलों को टिकट दिया है।
पूर्व सीएम शेट्टार का चुनाव न लड़ने की घोषणा से इनकार
कर्नाटक के पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार के तेवर बगावती नजर आ रहे हैं। पार्टी ने उन्हें खुद चुनाव न लड़ने की घोषणा करने को कहा था, पर उन्होंने इससे इनकार कर दिया। वह चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। मीडिया ने इस पर जब सवाल किया तो बीजेपी प्रधान ने कहा- पार्टी उन्हें मना लेगी।
ईश्वरप्पा का चुनाव लड़ने से इनकार
कर्नाटक भाजपा के सीनियर नेता केएस ईश्वरप्पा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। उन्होंने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार किया है। उन्होंने कहा- मैंने बेंगलुरु में हुई कर्नाटक भाजपा चुनाव समिति की बैठक में अपने डिसीजन के बारे में बताया था, लेकिन पार्टी के नेताओं प्रह्लाद जोशी, नलिन कुमार कतील समेत अन्य नेताओं ने मेरे फैसले को इनकार कर दिया था।
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