करनाल का सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों को दे रहा है मात

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Karnal's government school is beating private schools
Karnal's government school is beating private schools

इशिका ठाकुर,करनाल:
करनाल का रेलवे रोड स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल आज करनाल ही नहीं हरियाणा के दूसरे बड़े प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहा है। स्कूल में स्मार्ट क्लास बनाई हुई है जिनके जरिए स्टूडेंट शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ हरियाणा के सरकारी स्कूलों में अवल प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसकी बदौलत यह स्कूल जिले के प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ रहा है। इस स्कूल में 1800 बच्चे पढ़ाई कर रहे है। स्कूल में बच्चों को शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी दिए जाते है. यह सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है। स्कूल में स्मार्ट कक्षा से लेकर सभी सुविधांए उपलब्ध है।

Karnal's government school is beating private schools
Karnal’s government school is beating private schools

हरियाणा मे अभी तक सबने सरकारी स्कूल की अव्यवस्थाओं के बारे में सुना है। जिसके कारण ज्यादातार लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहता, सिवाय उनके जिनकी आर्थिक स्थिति प्राइवेट स्कूलों का खर्च उठाने लायक नहीं है, लेकिन करनाल का रेलवे रोड स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल एक ऐसा सरकारी स्कूल भी है जो हर मामले में प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहा है। यही कारण है कि हर वर्ष करनाल के जाने-माने प्राइवेट स्कूल के छात्र इस स्कूल मे एडमिशन ले रहे हैं।

इस स्कूल में एडमिशन पाने के लिए बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़ देते हैं। करनाल के रेलवे रोड पर बना राजकीय गर्ल्स मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल बच्चों की न सिर्फ पढ़ाई पर बल्कि उनके बैठने से लेकर उनको संस्कार देने से अव्वल बना हुआ है। इस स्कूल ने अपनी एक अलग छवि बनाई है। यही वजह है कि प्राइवेट स्कूलों को दरकिनार कर लोग अपने बच्चों का यहां एडमिशन कराना चाहते हैं।

Karnal's government school is beating private schools
Karnal’s government school is beating private schools

रेलवे रोड के इस सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल महेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल में बच्चों को शुरू से ही इंग्लिश सिखाई जाती है। इस स्कूल में पढ़ने वालो बच्चों की पढ़ाई देखकर इस बार बहुत से अभिभावकों ने अपने बच्चों का एडिमशन इस स्कूल में करवाया है। प्राइवेट स्कूलों के अध्यापकों से अच्छे अध्यापक सरकारी स्कूलों में है। जिसकी वजह से यहां का बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम भी काफी अच्छा रहता है । स्कूल में मौजूदा समय में 1800 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। जो अपनी फराटे दार इंग्लिश से हर किसी को चौंका देते हैं। यहां के बच्चों से बात करने से यह लगता है कि वह सरकारी स्कूल के बजाए प्राइवेट स्कूल में आए हुए है।

Karnal's government school is beating private schools
Karnal’s government school is beating private schools

11वीं कक्षा की छात्रा ने बताया कि इस स्कूल में प्राइवेट स्कूल से बहुत अच्छी पढ़ाई होती है। स्कूल में हर वो सुविधा उपलब्ध है जो बच्चों को मिलनी चाहिए। स्मार्ट क्लास के जरिए तुमको जो स्मार्ट बोर्ड उपलब्ध कराया गया है उसमें वह काफी अच्छे से पढ़ाई कर पाते हैं।इस स्कूल में बच्चों को सारा ध्यान इंग्लिश सब्जेक्ट पर दिया जाता है।

स्कूल के प्राचार्या महेंद्र सिंह ने बताया कि अध्यापकों की मेहनत का ही फल है कि आज इस स्कूल में 1800 बच्चे पढ़ाई कर रहे है। इसलिए स्कूल में बच्चों शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी दिए जाते है। उन्होंने कहा कि हमारा यह सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है। स्कूल में स्मार्ट कक्षा से लेकर सभी सुविधांए उपलब्ध है। स्कूल का पूरा स्टॉफ स्कूल की साफ सफाई का पूरा ध्यान रख रहे है। हर वर्ष बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है प्राइवेट स्कूल जो जिले के जाने-माने स्कूल है उनके बच्चे भी स्कूल में एडमिशन लेने के आते हैं।

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