हरियाणा से राज्य सभा सासंद तथा कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि संसद में कांग्रेस किसान आंदोलन और मंहगाई के साथ कोरोना और सरकार के बद इंतजामियत को लेकर एनडीए सरकार को मानसून सत्र में घरेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंत्रिमंडल की विफलता को खुद नैतिक जिम्मेदारी लेना चाहिए थी। लेकिन उन्होंने अपनी कुर्सी बचाने के लिए अपने 12 सीनियर मत्रियों की बलि दे दी। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में शामिल किए गए कमजोर चेहरों के बल पर देश कैसे चलेगा करोना के कारण आर्थिक मंदी की मार सह रहे देश पर 18 और मंत्रियों का बोझ लाद दिया। वह पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंहगाई के कारण देश त्राहि त्राहि कर रहा है। हर चीज आसमान को छू रही है। उन्होंने पार्टी के मुद्दों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि वह उचित समय पर मामले पार्टी के मंच पर उठाएंगे।
पार्टी के बाहर वह किसी तरह की बात करेंगे। पार्टी नेताओं में मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन मन भेद नहीं हैं। इससे पहले सासंद दीपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीरवल तंवर के निवास पर शोक व्यक्त करने पहुंचे। वहां उन्होंने परिवार को संवेदनाएं व्यक्त की। कुछ दिनों पहले तंवर के पुत्र का निधन हो गया था। उसके बाद जुंडला गेट पर कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सियंह के मार्गदर्शन में तथा प्रेम मलवानिया की अगुवाई में सैकड़ों युवाओं तथा कार्यकतार्ओं ने सासंद दीपेंद्र हुड्डा का स्वागत किया। कांग्रेस को अपना समर्थन दिया। इस अवसर पर जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह के अलावा भीम मैहता, नरेंद्र सांगवान, जिलेराम शर्मा, सुरेंद्र नरवाल, कृष्ण बसताड़ा, मनीष बंसल पंकज पूनिया, नीटू मान, मनोज राणा, हरीराम साभा, रण पाल संधु, पप्पू लाठर, जोगिंदर चौहान, विनोद तितोरिया, परमजीत वाल्मीकि, दया प्रकाश, संतोष तेजान, अनिल शर्मा, जागीर सैनी, सुशील खटक, सोमदत्त् शर्मा, गगन मैहता, सुरजीत सैनी सहित तमाम नेता मौजूद थे।