प्रवीण वालिया, करनाल :
शहर में जल भराव और उसकी निकासी देखने के लिए नगर निगम आयुक्त डा. मनोज कुमार बुधवार को झमाझम बारिश के दौरान कार्यालय में बैठने की बजाए फील्ड में उतरे और कई जगहों का दौरा कर पानी निकासी के इंतजाम देखे। उनके साथ संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह और कार्यकारी अभियंता अक्षय भारद्वाज भी थे। बता दें कि यह दूसरा मौका है जब निगम आयुक्त ने स्वयं बरसते पानी में शहर का दौरा कर बरसाती पानी निकासी का जायजा लिया। करीब 3 घण्टे की विजिट की शुरूआत माडल टाऊन से कुंजपुरा रोड के टी-प्वाइंट से हुई। यहां मौजूद नाले में बरसाती पानी एक फ्लो में बहकर मुगल कैनाल की तरफ जा रहा था। इसके पश्चात सैक्टर-6 स्थित प्रताप पब्लिक स्कूल के पास एक जगह सडक पर तेज बारिश से जल भराव हो गया था, लेकिन पानी नालो के जरिए धीरे-धीरे निकल रहा था। ग्रीन बेल्ट एरिया में भी 2-3 जगहों पर सडक पर पानी भरा था, साथ-साथ उसकी निकासी भी हो रही थी। निगमायुक्त ने हैरीटेज लॉन के पास से गुजरते मुगल कैनाल में पानी के बहाव को देखा, जो बड़ी तेजी से बह रहा था। उन्होंने बताया कि इससे पहले यहां जल भराव की विकट स्थिति हो जाती थी, लेकिन पिछले दिनों नाले की सफाई से अब ऐसी समस्या देखने को नहीं मिली है।
उन्होंने इसके पास ही 50 एम.एल.डी. क्षमता के एस.टी.पी. का भी दौरा किया और इसके परिसर में पौधारोपण करवाया। स्वयं आम का एक पौधा लगाया। दूसरे अधिकारियों ने भी पीपल, नीम व शीशम जैसे छायादार पौधे लगाए। इसके साथ ही आज से नगर निगम के पौधारोपण अभियान की भी शुरूआत हो गई, इसके तहत अकेले एस.टी.पी. परिसर में 250 पौधे लगाए जाएंगे। शहर के दूसरे जगहों पर भी बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाने हैं। उन्होंने एस.टी.पी. में उपचारित जल के 2 सैम्पल भी भरवाए और मौजूद लैब में उनकी टैस्टिंग करने को कहा। दौरे को जारी रखते आयुक्त ने करनाल-कैथल रोड पर एन.एच. के साथ लगते एक नाले का निरीक्षण किया और वहां सडक से नाले में जाने वाले बरसाती पानी की निकासी के किसी तरह के प्रबंध नहीं दिखाई देने से हैरानगी दिखाई। इस समस्या से बरसाती पानी नाले में जाने की बजाए पास ही बाला जी कॉलोनी में जल भराव का रूप ले रहा था। आयुक्त ने निगम इंजीनियरों को निर्देश दिए कि इसे आगामी सडक सुरक्षा समीति की मासिक बैठक के एजेण्डे में शामिल करवाकर इसका समाधान करवाएं। बरसात से सडक पर मिट्द्दटी का भी जमाव हो गया था, इसके लिए उन्होंने एन.एच.ए.आई. के इंजीनियर को कहा कि इसकी नियमित सफाई करवाएं। निगमायुक्त ने राम नगर से लेकर एन.एच.-44 तक जाने वाले शहर के सबसे पुराने नाले में भी बरसाती पानी के बहाव का जायजा लिया।
उन्होंने चांद सराय एरिया में जाकर इसका निरीक्षण किया। बता दें कि करीब 7-8 किलोमीटर लम्बे की नगर निगम द्वारा दूसरी बार सफाई करवाई जा रही है। अब इसमें पानी निकासी के इंतजाम पहले से बेहतर हैं। एरिया बड़ा होने के कारण अभी करीब डेढ किलोमीटर तक बची सफाई पर काम हो रहा है। आयुक्त ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे जल्दी निपटाएं। बारिश के सीजन में यह पहली बार हुआ है, जब किसी निगम आयुक्त ने पानी निकासी के प्रबंध देखने इंजीनियरिंग टीम को शहर में दौड़ाया। बुधवार को भी कई घण्टे आसमान से पानी बरसता रहा, ऐसे हालात में तेज बारिश से सडकों पर एकदम जल भराव स्वभाविक रूप से हो जाता है, जो कुछ समय के बाद निकल जाता है। निगमायुक्त ने इसकी इस बात की इंतजार न करके अल सुबह ही इंजीनियरिंग व सफाई शाखा के सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी कार्यालय में ना बैठे फील्ड में जाकर पानी निकासी के प्रबंध देखें। यदि कहीं समस्या हो रही हो, तो उसका तुरंत समाधान करें।