करनाल : करनाल में बनेगा रिंग रोड : हरविन्द्र कल्याण

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Meeting under the chairmanship of Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav
Meeting under the chairmanship of Deputy Commissioner Nishant Kumar Yadav

प्रवीण वालिया, करनाल :

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत प्रदेश के करनाल जिला में, करनाल रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। इसकी डी.पी.आर. लगभग तैयार हो गई है, जो केन्द्र व राज्य सरकार से अनुमोदित होगी। आगामी सितम्बर तक इस कार्य का टैंडर लगेगा और दिसम्बर तक रिंग रोड का कार्य शुरू हो सकता है। प्रोजेक्ट को लेकर लघु सचिवालय के सभागार में विधायक हरविन्द्र कल्याण व उपायुक्त निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई, जिसमें एसडीएम घरौंडा डा. पूजा भारती, एन.एच.ए.आई. के अम्बाला स्थित कार्यालय के परियोजना निदेशक विरेन्द्र सिंह, तकनीकी प्रबंधक अंकुश मेहता, जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता संजय राहड और जिला वन अधिकारी नरेश रंगा व कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी आरके नैन सहित अन्य अधिकारीगण शामिल हुए।

बैठक में विधायक हरविन्द्र कल्याण ने एनएचएआई के अधिकारियों को कहा कि हमारी थोड़ी सी कोशिश किसानों के जीवन सुविधाजनक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को आने-जाने के लिए सर्विस रोड़ व रास्ते पर क्रासिंग का भी प्रावधान किया जाए। उन्होंने कहा कि इस रिंग रोड का सम्पर्क पंडित दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय कुटेल तक भी हो, ताकि लोगों को सुविधा हो सके। उन्होंने बैठक में यह भी कहा कि ऐसा प्रबंध किया जाए कि यमुनानगर, उत्तर प्रदेश, कैथल व दिल्ली से आने वाले वाहन करनाल शहर में एंट्री की बजाए बाहर हाई-वे से ही निकल जाएं, इसके लिए थोड़ी से कोशिश एनएचएआई को करनी होगी। एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा।  
क्या है करनाल रिंग रोड परियोजना
बैठक में प्रोजेक्ट पर चर्चा के दौरान उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जानकारी दी कि करनाल रिंग रोड साढ़े 34 किलोमीटर लम्बा होगा और यह जिला के 23 गांवो से होता हुआ जाएगा। इसके लिए 219 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा तथा यह कार्य सितम्बर-अक्तूबर तक कर लिया जाएगा। इसके बाद 15 नवबंर तक सभी अवार्ड दिए जाएंगे और 2021 के अंत तक प्रोजेक्ट के निर्माण का काम शुरू होकर 24 से 30 महीनो में मुकम्मल हो सकता है। इसकी अलाइन्मेंट यानि मार्गरेखा लगभग फाईनल है। भूमि अधिग्रहण और यूटिलिटि शिफ्टिंग के कार्यों पर जितना खर्च आएगा, वह केन्द्र व राज्य सरकार दोनो की तरफ से आधा-आधा होगा।
कहां से कहां तक होगा करनाल रिंग रोड
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि करनाल रिंग रोड 6 लेन का बनेगा, जिसकी चौड़ाई करीब 60 मीटर होगी। करनाल के पश्चिम में शामगढ़ के साथ लगते विवान होटल के आस-पास से यह मार्ग शुरू होकर गांव दरड़ से नेवल, शेखपुरा, गंजोगढ़ी से होते कुटेल के पास टोल प्लाजा तक जाएगा। रिंग रोड की दूसरी अलाइन्मेंट नेशनल हाईवे से गुजरती पश्चिमी यमुना नहर की पटरी पर बनी सड़क जो कैथल रोड को क्रास करती आगे बड़ौता गांव तक जाएगी और वहां से खरकाली, झिमरहेड़ी होते एन.एच.-44 को क्रॉस करते रिंग रोड को मिलेगी।
रिंग रोड परियोजना में आएंगे यह गांव
उपायुक्त ने बताया कि इस परियोजना में, नीलोखेड़ी के गांव शामगढ़, दादूपर, झंझाड़ी, कुराली, दरड़, सलारू, टपराना, दनियालपुर व नेवल तथा करनाल के गांव कुंजपुरा, सुभरी, छपराखेड़ा, सुहाना, शेखपुरा, रावंर, गंजोगढ़ी, बड़ौता, कुटेल व ऊंचासमाना तथा घरौंडा के गांव खरकाली, झिमरहेड़ी, समालखा व बिजना सहित कुल 23 गांव आएंगे।
रिंग रोड प्रोजेक्ट में शामिल है लाजिस्टिक पार्क
उपायुक्त ने बताया कि इस परियोजना में करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्र में गंजोगढ़ी गांव के पास एक लॉजिस्टिक पार्क बनाया जाना प्रस्तावित है, जिसमें मैकेनाईज्ड वेयर हाऊस और कोल्ड स्टोर बनेंगे।  
क्या है भारतमाला परियोजना
बता दें कि भारतमाला परियोजना एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना है। इसके तहत नए राजमार्गों के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा करना है, जो अभी तक अधूरी हैं। भारतमाला परियोजना में सडक व राष्ट्रीय गलियारों को ओर अधिक बेहतर बनाना और उन्हें विकसित करना है।
फोटो कैपशन:27 केएनएल-5