इशिका ठाकुर,करनाल
करनाल के पीडब्ल्यूडी विभाग का जेइ पिछले चार दिन से लापता था। जिसकी परिजनो ने मुनक थाना में शिकायत भी दी हुई थी। मंगलवार को जेइ दीपक की गाड़ी कैथल रोड़ पर स्थित पश्चिमी यमुना नहर किनारे बरामद हुई थी।
नहर किनारे गाड़ी खड़ी हुई मिली
जेइ दीपक करनाल के गांव गगसीना का रहने वाला था। जो करनाल के पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत था। सोमवार को सुबह वह घर से कहा गया था कि वह पंचकूला ऑफिस के काम से जा रहा था। उस दिन से ही वह लापता चल रहा था जब नहर किनारे उसकी गाड़ी खड़ी हुई मिली तब उसका एक साइड का शीशा भी टूटा हुआ था पुलिस ने तब से ही जांच शुरू कर दी थी।
दीपक की किसी को साथ दुश्मनी भी नहीं थी
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपक का सोमवार शाम को करीब 8 बजे फोन आया कि वह करनाल पहुंच गया है। थोड़ी देर में वह घर पहुंच जाएगा। उसके साथ उसके दोस्त भी है तो वह खाना बना लें। जब 9 बजे तक दीपक घर नहीं आया और उसका फोन बंद आया तो परिजनों ने उसकी काफी जगह तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। देर रात को परिजनों ने मूनक थाना में शिकायत दी। उन्होंने बताया कि सोमवार रात से दीपक की तलाश कर रहे है। लेकिन न तो उसका फोन मिल रहा है और न ही अब तक उसकी लॉस्ट लोकेशन का पता चल पाया था। मंगलवार दोपहर को पुलिस ने उन्हे सूचना दी थी कि दीपक की गाड़ी कैथल रोड़ पर स्थित नहर पर बरामद हुई है। दीपक की किसी को साथ दुश्मनी भी नहीं थी।
4 दिन के बाद दीपक का शव नहर से बरामद हुआ
सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को मंगलवार क़ो सूचना मिली थी जेइ दीपक की गाड़ी नहर किनारे खड़ी थी। मौके पर जांच की तो गाड़ी का ड्राइवर साइड का एक शीशा टूटा हुआ था। तब से ही पुलिस की टीमें गठित कर दी गई थी और नहर में भी गोताखोरों के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ था। आज 4 दिन के बाद दीपक का शव नहर से गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिया गया है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है कि यह सुसाइड, हादसा या मर्डर है। परिजनों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई की जा रही है।
युवा कांग्रेस नेता पंकज पुनिया ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया
तो वही करनाल के युवा कांग्रेस नेता पंकज पुनिया ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले में कहीं न कहीं पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है क्योंकि जेई के परिजनों ने बार-बर पुलिस प्रशासन से नहर में गोताखोरों की मदद से तलाश करने के लिए गुहार लगाई थी लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी ओर कोई ध्यान न देकर मामले की अलग एंगल से जांच शुरू कर दी। जिसके कारण यह बड़ी पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
गोताखोर परगट सिंह ने कहा कि उनकी टीम को मीडिया के माध्यम से घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई थी और घटना को लेकर परिजनों ने भी उन्हें फोन किया था लेकिन चुनाव में व्यस्त होने के कारण वह तथा उनकी टीम नहर में सर्च अभियान नहीं चला पाए लेकिन आज जैसे ही पता चला कि गांव जाने के पास पश्चिमी यमुना नहर में कोई शव दिखाई दे रहा है तो तुरंत वह तथा उनकी टीम मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकाला। परिजनों द्वारा की गई शिनाख्त के आधार पर पता चला कि यह शव लापता जेई दीपक का है।
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