प्रवीण वालिया, करनाल :
दि करनाल सहकारी चीनी मिल की प्रबंध निदेशक अदिति ने बताया कि वीरवार को सीजन 2021-22 के दौरान 55 लाख क्विंटल गन्ने का लक्ष्य रखा गया है। इसी संदर्भ में गांव कलसौरा में गन्ना विकास संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को गन्ने की नई किस्मों की बिजाई करने तथा सीओ-0238 किस्म का एरिया कम करने को कहा गया। उपरोक्त किस्म की जगह सीओ-0118, सीओएच-0160 और सीओ-015023 किस्मों को बढ़ाने की सिफारिश की गई ताकि गन्ने में कीटों व बीमारियों की रोकथाम हो सके तथा मिल को अच्छी रिकवरी मिल सके।
संगोष्ठी में करनाल चीनी मिल के गन्ना विकास अधिकारी रामपाल ने किसानों को गन्ने की बिजाई का समय, बीज, बीज की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी और किसानों को गन्ने की फसल में ज्यादा मात्रा में यूरिया खाद का प्रयोग न करने की सिफारिश की। किसानों को मिल से निकलने वाली प्रैशमड के महत्व के बारे में भी बताया गया। इस मौके पर कृषि विकास अधिकारी पवन कुमार ने किसानों को गन्ने की फसल के लिए भूमि की तैयारी व खाद डालने के समय के बारे में जानकारी दी तथा मार्किट से बिना सिफारिश किए हुए कीटनाशक न डालने पर जोर दिया। संगोष्ठी में इफको करनाल के जिला मैनेजर निरंजन यादव ने भी किसानों को संबोधित करते हुए नैनो यूरिया के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर चीनी मिल के गन्ना विपणन अधिकारी सतपाल राठी तथा गन्ना इंद्री सोसाइटी के सचिव वेद प्रकाश उपस्थित रहे।