करनाल: करनाल के सुभाष गेट निवासी 30 वर्षीय अमित का शव जींद नहर से बरामद हुआ है। अमित ने 16 अगस्त को करनाल के सेक्टर-4 चौकी में पुलिसकर्मी से उत्पीड़न के बाद सुसाइड कर लिया। मामला पैसे के लेन-देन से जुड़ा हुआ था।आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के साथ साठगांठ कर अमित के साथ बुरी तरह से मारपीट की। जिससे आहत होकर अमित ने सुसाइड कर लिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
16 अगस्त को अमित को सेक्टर-4 पुलिस चौकी के सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने फोन करके बुलाया था। अमित अपने दोस्त के साथ पुलिस चौकी पहुंचा, जहां उसके दोनों मोबाइल फोन छीन लिए गए। इसके बाद पुलिसकर्मी ने अमित को उसके दोस्त के सामने ही बुरी तरह से मारा-पीटा और दबाव बनाया कि वह पुलिसकर्मी द्वारा तय किए गए बयान पर हस्ताक्षर करे। अमित से कथित रूप से ज़बरदस्ती एक बयान लिखवाया गया।
मृतक के भाई राहुल ने बताया कि अमित की एक्टिवा करनाल के कर्ण लेक के पास नहर किनारे पाई गई, जहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इस नोट में अमित ने पुलिसकर्मी सुरेश और आरोपी कालू पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि कालू ने पुलिसकर्मी को पैसे देकर अमित के साथ मारपीट करवाई, जिससे आहत होकर अमित ने सुसाइड कर लिया।
21 अगस्त की रात को अमित का शव जींद नहर में पाया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। मामले की जांच कर रहे सिटी थाना प्रभारी सुल्तान सिंह ने बताया कि अमित के लापता होने की शिकायत दर्ज की गई थी और नहर में उसकी तलाश के लिए प्रयास किए गए थे। शव मिलने के बाद, शिनाख्त करवाकर परिजनों को सूचित किया गया। परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
राहुल ने बताया कि उसके भाई ने अपने मोबाइल में सुसाइड नोट छोड़ा था। जिसमें उसने सेक्टर 4 चौंकी के ए एस आई सुरेश और आरोपी कालू को अपनी मौत का जिम्मेवार बताया है। परिवार का आरोप है इन दोनों ने मिलीभगत कर अमित को टॉर्चर किया गया। इस संबंध में पुलिसकर्मी पर अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन कालू को थाने में बुलाकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है और शिकायत मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।