करनाल: जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे अब राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ 36 बिरादरी और समाज राजनीतिक पार्टी से अपनी हिस्सेदारी मांगने लगे हैं। रविवार कों डेरा कार सेवा में सिख समुदाय की प्रदेश स्तरीय एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें हरियाणा के अलग-अलग जिलों से मौजीज सिख हस्तियां ने हिस्सा लिया। बाबा सुक्खा सिंह के सानिध्य में ये बैठक हुई। निफा अध्यक्ष एवं इंटरनेशनल सिख फोरम के महासचिव प्रीतपाल सिंह पन्नु ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में राजनीतिक हिस्सेदारी व अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में सिख समाज की ओर से 101 या 51 सदस्यीय कमेटी गठित करने निर्णय लिया गया।
इस मौके पर इंटरनेशनल सिख फोरम के महासचिव प्रीतपाल सिंह पन्नू ने कहा कि हरियाणा में सिख समाज की 18 लाख वोट है, लेकिन आज न तो लोकसभा में न ही राज्यसभा में हरियाणा के सिख समुदाय का कोई प्रतिनिधि है। सिख समाज की मांग है कि आगे लोकसभा चुनाव में सिख समाज को दो सीटें और आगामी विधानसभा 15 से 20 सीटें सिख समाज को दी जाए।
राज्यसभा में जो सीट खाली होने जा रही है वो सीट सिख समुदाये को दी जाए। सिख समाज द्वारा एक दो दिन में 51 या 101 सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी। सिख कमेटी के लोग सत्ता पक्ष से भी मिलेगा और विपक्ष से भी मिलेंगे। जो भी सिख समाज की इन मांगों को पूरा करेगा। सिख समाज चुनाव में उसी का साथ देगा। वहीं सिख समाज द्वारा एक विशाल सभा आयोजित की जाएगी। यदि किसी भी पार्टी ने सिख समाज की मांगे पूरी नहीं की तो सिख समाज आजाद चुनाव लडऩे से भी पीछे नहीं हटेगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के सिखों ने अब पंजाब अथवा दिल्ली के प्रभाव से मुक्त होकर अपने वजूद को स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसके लिए धड़े बंदी व पार्टी बाज़ी से ऊपर उठकर एक जुट होकर अपने हक़ों की लड़ाई लड़ने का फ़ैसला किया है।