प्रवीण वालिया, Karnal News:
बुजुर्गों औंर बच्चों पर हीट स्ट्रोक का खतरा मंडरा रहा है। वहीं पर करनाल के अलावा अन्य शहरों में पीलिया और टायफाइड, आंन्त्रशोध, उल्टी दस्त जैसी बीमारियां पांव पसार रही हैं। हर दूसरे घर में इन बीमारियों के शिकार मिल रहे हैं। बच्चों और बुजर्गों में इन बीमारियां घर कर रही हैं।
तली और बाहरी चीजों से रहें सावधान: डा. रावल
इन सभी मुद्दों के लिए करनाल ही नहीं प्रदेश के जाने माने जनरल फिजीशियन ह्दय और छाती रोग विशेषज्ञ के रूप में विर्क अस्पताल में कार्यरत डा.नेत्रपाल रावल ने बताया कि जिस तरह से पानी और खाद्य पदाथों से संबंधित बीमारियों से सावधान रहना जरूरी है। जरा सी लापरवाही हमें अस्पताल में बीमार होकर ला देती है।
उन्होंने कहा कि इन दिनों बाजार में बिक रहे खुल में फ्रूट जूस, गन्ने का रस जलजीरा, तथा अन्य प्रकार की शिकंजी और अन्य पेय पदार्थ बीमारी का कारण बन रहे हैं। इससे अधिक लोग बीमार हो रहे हैं। इसके अलावा बाजार में खुले में बिकने वाले कटे फल, सलाद फ्रूट चाट तथा अन्य खाद्य सामग्री नुक्सान का सबब बन रहे हैं।
नारियल पानी और जूस पर दें अधिक ध्यान
उन्होंने बताया घर में बने पेय पदार्थ, नारियल पानी, घर में बना समान उपयोग में लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाहर निकलते समय सिर ढक कर निकलें। बार बार पानी पीकर निकलें बाहर निकलते समय घर से पानी लेकर निकलें। घर के बाहर सडक पर मिलने वाला पानी नहीं पीना चाहिए।
उन्होंने बताया कि तापमान का बढ़ा नुक्सान दायक है। उन्होंने बताया कि अधिक समय तक धूप में रहने के कारण हीट स्ट्रोक हो सकता है। इसलिए सिर ढक कर निकलें। इस समय ह्दय रोग और अधिक रक्तवाप के साथ शुगर के मरीजों का सावधानी बरतना चाहिए। गर्मी में पेय पदार्थ ज्यादा पीना चाहिए। कटे फलों से परहेज करना चाहिए।
उल्टी और दस्त लगने पर न बरतें लापरवाही
उन्होंने कहा कि उल्टी दस्त होने के बाद चीनी नमक और पानी का घोल बना कर पीना चाहिए। इस मामले में लापरवाही नहीं बरतें डाक्टर को सबसे पहले दिखाएं। पीलिया और टायफाइड के शिकार करनाल में सबसे अधिक बच्चे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि संभव हों तो सुबह निकलें। या शाम को दोपहर बारह बजे के बाद कम ही निकलें।
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