जिला के चिन्हित संगीन अपराधों के मामलों में लॉ आफिसर्स के साथ Sp करनाल ने की समीक्षा बैठक

0
307
Review in the Cases of serious Crimes Identified in the District
Review in the Cases of serious Crimes Identified in the District
इशिका ठाकुर, Karnal News:
उत्कृष्ट कार्य को लेकर करनाल लॉ ऑफिसर्स को किया गया सम्मानित, गंगाराम पूनिया ने जिला न्यायवादी कार्यालय में कार्यरत लॉ आफिसर्स को प्रशांसा-पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने जिला न्यायवादी कार्यालय में चिन्हित अपराधों को लेकर लॉ आफिसर्स की मीटिंग भी ली। इस मौके पर जिला न्यायवादी डॉ. पंकज सहित लॉ आफिसर्स मौजूद रहे।

चिन्हित अपराधों  को लेकर वर्ष 2018 में हुआ कमेटी का गठन- डॉ. पंकज

इस मौके पर डॉ. पंकज, जिला न्यायवादी ने बताया कि वर्ष 2018 में चिन्हित अपराधों को लेकर राज्य एवं जिला स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया था। राज्य स्तर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव, (गृह विभाग), पुलिस महानिदेशक व अभियोजन विभाग के निदेशक सहित अन्य अधिकारीगण कमेटी के सदस्य है। जबकि जिला स्तर पर उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व जिला न्यायवादी कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं। इन कमेटियों के सदस्य चिन्हित अपराधों का  अवलोकन कर समय-समय पर बैठक में इन मामलों की प्रगति बारे विचार-विमर्श करते हैं।
डॉ. पंकज ने कहा कि चिन्हित अपराध उन मामलों से संबंधित है, जिन अपराधों की घटनाओं का जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है और उन अपराधों में हो रही कार्रवाई की उत्सुकता जनता में बनी रहती है। ऐसे में उनका उदेश्य केसों को कानूनी प्रकिया का पालन कर जल्द से जल्द उनके अंजाम तक पहुंचाकर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाना रहता है।  उन्होंने कहा कि करनाल जिला में 38 चिन्हित मामलों को चिहिन्त अपराध की श्रेणी में रखा गया है ओर जिनमें से 5 मामलों में माननीय न्यायलय से फैसला आ चुका है और पांच मामलों में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई गई है।

ये लॉ आफिसर्स हुए सम्मानित

पुलिस अधीक्षक द्वारा सम्मानित किए गए लॉ आफिसर्स में डॉ. पंकज, जिला न्यायवादी,  सुभाष चंद्र, उप-जिला न्यायवादी, मुकेश कुमार, उप-जिला न्यायवादी, बलजीत सिंह, उप-जिला न्यायवादी एवं संजीव कुमार, सहायक-जिला न्यायवादी शामिल रहे।

अदालतों में कम से कम समय में चिन्हित केसों में सजा करवाना- डॉ. पंकज

डॉ. पंकज, जिला न्यायवादी ने बताया कि उपायुक्त महोदय के दिशा-निर्देशों अनुसार अदालत में  चिन्हित अपराध के केसों में छोटी से छोटी तारीख लेकर पीड़ित पक्ष के गवाहों की गवाही सही तरीके से करवाना है, ताकि  पीड़ितों को शीघ्र अति शीघ्र न्याय दिलवाया जा सकें। उन्होंने बताया कि चिन्हित अपराध के मामलों में  लॉ आफिसर्स को निर्देश दिए गए है कि अगर केसों में किसी प्रकार परेशानी आड़े आ रही है तो तत्काल प्रभाव से सूचित किया जाए, ताकि उसका तुरन्त हल निकाला जा सकें।

पीड़ित पक्ष बिना किसी डर से दे गवाई- पुलिस अधीक्षक

गंगा राम पूनिया, पुलिस अधीक्षक ने लॉ आफिसर्स की मीटिंग के दौरान कहा कि कोर्ट में गवाह जल्द से जल्द बिना किसी डर ओर दबाव से अपनी गावाही देना का कार्य करें। उन्होंने कहा कि चिन्हित केसों में अगर गवाहों पर  किसी भी प्रकार का दबाव बनाया जाता है तो वे तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्हें प्रशासन की तरफ से सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।  पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद होकर अपराधों पर नकेल कस रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन का उदेश्य है कि जिला को अपराध मुक्त बनाया जाए।

केसों को लेकर निगरानी रखी जाए

सरकार चिन्हित मामलों को लेकर गंभीर है। इस अपराधी मामलों में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश नहीं की जा रही है। चिन्हित अपराधों में न्यायलय में चल रहे केसों को लेकर निगरानी रखी जा रही है। समय-समय पर केसों की जजमेंट को भी देखा जा रहा है। पुलिस जांच अधिकारी एवं अभियोजन पक्ष के सरकारी वकील की कमी से अगर अपराधी सजा से बच निकलता है तो उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।