करनाल: हरियाणा के सरकारी विभागों में कच्चे कर्मचारियों के तौर पर लगे हुए सैकड़ो कर्मचारी शनिवार को करनाल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे,जहां पर उनका प्रदर्शन के साथ-साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना था। करनाल प्रदेश भर के कई विभागों के कच्चे कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर करनाल कर्ण पार्क में इकट्ठा हुए यहां से प्रदर्शन करते हुए प्रेम नगर स्थित मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकले। वहीं पुलिस ने आवास से थोड़ी दूर पहले ही बैरिकेडिंग कर कर्मचारियों को रोका कर्मचारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, इसी दौरान पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्के इसमें कई कर्मचारियों को हल्की चोटें आईं ।
प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि हम पिछले कई सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन सरकार हमारी मांगे नहीं मान रही। इसी को लेकर हम प्रदर्शन करते हुए यहां पर पहुंचें है और सीएम साहब से मिलकर ही जाएंगे और हमारी एक ही मांग है कि हमारे जितने भी कर्मचारी हैं, जो भी किसी भी विभाग का है उसको पक्का किया जाए। उन्होंने कहा कि हम यहां पर शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन करने के लिए आए थे लेकिन पुलिस के द्वारा हम पर लाठी चार्ज किया गया है जिसमें कई कर्मचारी घायल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से हम कच्चे कर्मचारियों के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं । लेकिन जितनी तनख्वाह पर हमें रखा गया था उतनी ही तनख्वाह हमें अभी दी जा रही है। इतनी महंगाई के दौर में हमें घर चलना मुश्किल हो रहा है इसी को लेकर हम आज यहां पर अपनी मांगों को लेकर पहुंचे थे लेकिन पुलिस के द्वारा हम पर लाठी चार्ज किया गया।
वहीं महिला कर्मचारियों का कहना था कि आज हम यहां पर पहुंचे थे। पुलिस ने हमारे ऊपर हल्का बल प्रयोग किया। जिसमें हमारे कई साथियों को चोटे आई हैं और हम तब तक यहां से नहीं जाएंगे,जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी। प्रदेश सरकार हमारे साथ बेइंसाफी कर रही है।करनाल प्रदेश भर के कच्चे कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास का घेराव करने के लिए पहुंचे, पुलिस ने आवास से थोड़ी दूर पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर कर्मचारियों को रोका, वहीं पुलिस और कर्मचारियों के बीच में जमकर धक्का मुक्की हुई। उन्होंने कहा कि हम अपनी यूनियन के साथ मिलकर अपनी मांगों को लेकर आगामी कदम क्या होगा उसके यह मीटिंग करेंगे और सरकार के खिलाफ कोई कड़ा फैसला लेंगे। वही कर्मचारी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए भी दिखाई दिए उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो आने वाले विधानसभा चुनाव में उनका इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.