प्रवीण वालिया, Karnal News : उपायुक्त अनीश यादव के मार्गदर्शन में, चिल्ड्रन इन स्ट्रीट सिचूएशन यानि सामाजिक परिवेश से दूर सड़क पर आ चुके बच्चों के पुनर्वास के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से शहर के सेक्टर-12 में एक मेगा कैम्प का सफल आयोजन किया गया। इसमें विभाग की ओर से पहचान किए गए 54 बच्चों सहित कुल 57 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें सेक्टर-12 में मौजूद झुग्गी-झोपड़ी के बच्चे भी शामिल थे।
28 बच्चों को मिले आधार नम्बर
उपायुक्त की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार शिविर में 28 बच्चों का मौके पर ही आधार कार्ड बनाया गया, 21 बच्चों की फैमिली आई.डी. बनाई गई। इसी प्रकार 12 साल से ऊपर के बच्चों को कोविड विरोधी वैक्सीन की डोज दी गई, जबकि 6 वर्ष से नीचे की आयु के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों से लिंक किया गया।
जो बच्चे किसी कारण से स्कूल नहीं जा रहे थे, उनकी संख्या करीब 40 थी, ऐसे सभी बच्चों को स्कूली शिक्षा से जोड़ा जाएगा। जिला नागरिक अस्पताल के साइक्लोजिस्ट डॉक्टर हवा सिंह और चाईल्ड लाईन की काउंसलर की ओर से सभी बच्चों की काउंसलिंग की गई।
कैम्प में 57 बच्चों का किया स्वास्थ्य परीक्षण
शिविर में सभी 57 बच्चों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के कार्ड भी जारी किए गए। स्वास्थ्य विभाग के जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाली शाखा की ओर से शिविर में गाईडलाईन का मसौदा दिया गया। इसकी सहायता से बच्चों के दस्तावेज उपलब्ध कराकर उनके जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। श्रम विभाग की ओर से भी अधिकारियों की शिविर में भागीदारी रही, उन्होंने बंधुआ मजदूरी में लगे बच्चों के लिए जे.जे. एक्ट के तहत कार्रवाई करने की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शिविर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों का सहयोग रहा, जिनमें महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी राजबाला और जिला बाल संरक्षण अधिकारी रीना रानी के अतिरिक्त बाल कल्याण समिति के चेयरमेन उमेश चानना का सक्रिय योगदान रहा, सभी 57 बच्चे सीडब्ल्यूसी के सामने प्रस्तुत किए गए।
हैल्प लाईन नम्बर 1098 की जानकारी दी
शिविर का आयोजन सुबह 9 बजे शुरू हुआ और बाद दोपहर 3 बजे तक जारी रहा। सभी बच्चों को रिफ्रेशमेंट भी दी गई। शिविर में निशुल्क बिजली सप्लाई मुहैया करवाने के लिए डॉ. एस. पाठक अस्पताल का योगदान रहा। चाईल्ड हैल्प लाईन की ओर से हैल्प लाईन नम्बर 1098 की भी जानकारी दी गई। बच्चों के आधार नम्बर व फैमिली आई.डी. बनाने के लिए एनआईसी की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बच्चों को बेहतर जिंदगी देने का काम करें
शिविर की कारगुजारी देखने के लिए उपमण्डलाधीश इन्द्री और कैम्प के नोडल डॉ. आनंद शर्मा, आई.ए.एस. ने शिविर का दौरा किया और वहां मौजूद अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों से सम्बंधित सेवाएं देकर सड़क की स्थिति में आ चुके बच्चों को बेहतर जिंदगी देने के लिए अच्छे से काम करें, ताकि ऐसे बच्चों को पुनर्वास किया जा सके।
यह रहे मौजूद
मेगा कैम्प में स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी सीएमओ डॉ. नीलम वर्मा, मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनजीत, जिला कल्याण अधिकारी, जिला बाल कल्याण अधिकारी विश्वास मलिक, श्रम व शिक्षा विभाग के अधिकारी, तथा एन.आई.सी. के प्रतिनिधि अधिकारी भी मौजूद रहे।
19 और 23 मई को भी लगेंगे शिविर
उपायुक्त के अनुसार 19 मई 2022 को सेक्टर-16 में और 23 मई 2022 को सेक्टर 32-33 में भी उपरोक्त शिविर लगाए जाएंगे। आयोजन का समय प्रात: 9 बजे रहेगा।