करनाल: करनाल मे सोमवार को सभी सरकारी डॉक्टर 2 घंटे की हड़ताल पर रहे जहां पर उन्होंने ओपीडी की सेवाओं को बंद कर दिया था। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की लंबित मांगो को लेकर सोमवार को दो घंटे सुबह 9 से 11 बजे तक सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद रही। इस दौरान सोमवार को जिला नागरिक अस्पताल, उपमंडल नागरिक अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजाे को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सुविधा अस्पतालों में चलती रही। डॉक्टर का कहना है कि यदि सरकार ने मांगो को लेकर समाधान नहीं किया तो आने वाले समय मे हरियाणा के सभी सरकारी डॉक्टर सरकार के खिलाफ कोई बड़ा निर्णय ले सकते है जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
आगामी आंदोलन को लेकर एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. संदीप अबरोल ने बताया कि चार मुख्य मांगे है। जो अभी तक सरकार की ओर से पूरी नहीं की गई है। इसके विरोध में एक जुलाई को काले रिबन बांधकर चिकित्सकों ने काम किया था। डॉक्टर कई बार हड़ताल कर चुके है। डॉक्टरों कि इस हड़ताल की वजह से मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है क्योंकि कल रविवार होने के चलते छुट्टी का दिन था तो ऐसे में मरीज आज अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे थे जहां पर उनको 2 घंटे के लिए ओपीडी बंद मिली।
ये है डॉक्टर की मुख्य मांग
डॉ दीपक गोयल ने कहा कि उनकी पिछले काफी समय से कुछ मांगे हैं जिनके ऊपर सरकार ने अभी तक संज्ञान नहीं लिया है जिसके चलते हमको मजबूरन हड़ताल करनी पड़ती है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन की मुख्य मांगो में पीजी बॉन्ड 50 लाख से कम करना और एसएमओ की सीधी भर्ती नहीं करने की है। इसके साथ ही एसीपी और भत्ते केंद्र सरकार के बराबर देने और विशेषज्ञ डॉक्टरों को अलग से कैडर बनाने की मांग है। उन्होंने कहा कि वह सरकार से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द उनकी मांगों को माना जाए वरना वह कोई कड़ा फैसला लेने को मजबूर होंगे।