बलजीत सिंह राज्य प्रधान ( CAWS) ने बताया कि हमारी मुख्य माँग, 35,400 की है और हमे पका किया जाए। एक दिन में हमे तकरीबन 35 किलोमीटर तक चलना है। इसे पहले भी हमारा प्रदर्शन चल रहा है। कई बार हमें ज्ञापन भी दिया। मगर हमारी बात नही बानी। इस पैदल मार्च में हमारे साथ अलग-अलग जिलो से साथी जुड़ेंगे और आगे चलते-चलते कई हजरों में हमारी संख्या हो जायेगी और चंडीगढ़ में एक बड़ा प्रदर्शन करेंगे। अगर सरकार हमारी बात नही मानती है तो हम दिल्ली भी कूच कर सकते है।
Karnal News: CAWS संगठन के आह्वान पर करनाल से चण्डीगढ़ के लिए पैदल मार्च निकाला गया, सरकार ने बात नहीं मानी तो वहीं पर लगाएंगे पक्का धरना
करनाल: जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है ,क्योंकि अब बीजेपी सरकार के खिलाफ कच्चे और पक्के कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं । इसी कड़ी में करनाल में लिपिक कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी है जो अपनी मुख्य माँगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे है।शनिवार के दिन पैदल ही करनाल से चंडीगढ़ के लिए निकले है । जो मुख्यमंत्री नायब सैनी के गांव नारायणगढ़ से जाते हुए चंडीगढ़ में पहुंचेंगे।
सतीश ढाका महासचिव (CAWS) ने कहा कि पिछले साल भी हमारा 42 दिनों तक लगातार प्रदर्शन चला था लेकिन उसे समय तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि उनके काम के आधार पर उनको कुछ प्रोत्साहन दिया जाएगा, जिसके बाद उन्होंने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया था लेकिन सरकार ने उनकी बात नहीं मानी और वह एक बार फिर से आंदोलन की राह पर आने को मजबूर हुए हैं। उन्होंने कहा कि हम चंडीगढ़ में करीब 15 से 20000 कर्मचारी इकट्ठा होंगे। अगर सरकार ने फिर भी हमारी बात नहीं मानी तो हम वहां पर अपना पक्का धरना लगाएंगे और उसके बाद हम दिल्ली कुच भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार से एक बार फिर से अपील करते हैं कि उनके जो मांगे हैं उनका पूरा किया जाए।