करनाल: करनाल सहकारी चीनी मिल के एमडी हितेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि करनाल सहकारी चीनी मिल 2023-24 गन्ना पिराई सत्र में 49.34 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई करके उच्च रिकवरी के साथ 04.90 लाख किवंटल चीनी का उत्पादन किया गया। मिल द्वारा तकनीकि क्षेत्र में शत प्रतिशत क्षमता को उपयोग करने के कारण तकनीकि दक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। मिल द्वारा खरीदे गये गन्ने का पूरा भुगतान किसानों को किया जा चुका है।
मिल द्वारा खरीदे गये गन्ने का पूरा भुगतान किसानों को किया जा चुका है। सभी किसानों को उनके द्वारा मिल के साथ गन्ने की कराई गयी बोन्डिग के आधार पर पर्चियों का अग्रिम कलैन्डर भी जारी किया जाता है तथा मिल द्वारा किसानों को गन्ने की पर्चियां प्रतिदिन एस.एम. एस. के माध्यम से किसान गन्ना एप्प पर भेजी जाती है। इसी एप्प के द्वारा किसान अपने गन्ने की जानकारी प्राप्त कर लेते है।
इसके अतिरिक्त, मिल मे स्थापित 18 मैगावाट को०-जन० प्लांट से इस पिराई सत्र मे बिजली का 57096800 KWH उत्पादन किया गया, जो हरियाणा पॉवर प्रचेज सेंटर को बिजली बेची गई है। जिससे इस पिराई सत्र मे मिल द्वारा 22.31 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी अर्जित की गई है। जिससे मिल को अतिरिक्त लाभ प्राप्त हुआ।
यहां पर विशेषतौर पर यह भी उल्लेखनिये है कि गन्ना पिराई सत्र 2023-24 से गन्ने की ट्रालियों पर लगने वाले टोकन भी Online System के माध्यम से किसानों द्वारा स्वंय लगाये गये हैं। जिसके कारण किसानों का मिल में गन्ना लाने के बाद ट्राली खाली करने मे 12:00 से 24.00 घण्टे का समय लगता था, परन्तु इस सत्र मे किसान मिल मे अपने गन्ने को 2.00 से 3.00 घण्टे मे खाली करके अपने घर चले जाते है। जिससे किसान को समय की बचत के साथ साथ वित्तिये लाभ भी हो रहा है।
करनाल सहकारी चीनी मिल के गन्ना यार्ड में किसानों के लिए रात्रि के ठहराव व चाय के लिए विशेष कैन्टीन की व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त, किसानों के भोजन के लिए अटल मजदूर किसान कैन्टीन भी चलाई जा रही है। जिसमे किसानों 10 रुपये मे भरपेट भोजन मिलता है।