प्रवीण वालिया, करनाल:
नगर निगम आयुक्त नरेश नरवाल ने शुक्रवार को काछवा रोड स्थित निगम के स्लाटर हाऊस और पिंगली स्थित डेयरी कॉम्पलैक्स की प्रगति देखने के लिए दोनों जगहों को निरीक्षण किया। निगमायुक्त ने स्लाटर हउस में भेड़-बकरी जैसे पशुओं की स्लाटरिंग और मीट ब्रिकी के लिए बनाई दुकानों का निरीक्षण किया। बता दें कि वर्तमान में यहां 8 दुकानें बनाई गई हैं, लेकिन उनमें अभी तक शहर से किसी भी मांस-फरोश ने शिफ्ट नहीं किया।
कंपोस्टर मशीन भी चलाने के निर्देश
इस पर निगमायुक्त ने विजिट में साथ गए कार्यकारी अधिकारी और सेनीटेशन आॅफिसर को निर्देश दिए, जैसे भी हो शहर से यहां मीट की दुकानों को इसमें शिफ्ट कराएं। पहले यह दुकानें मीट ब्रिकी के लिए चालू हों, जरूरत पड़ी तो और बना देंगे। अधिकारियों ने निगम आयुक्त को बताया कि रोजाना 10 से 15 पशुओं की स्लाटरिंग हो रही है। एक वेटरनरी डॉक्टर भी आते हैं, जो पशुओं के वध से पहले उनका मेडिकल चैकअप करते हैं। उन्होंने स्लाटर हाउस परिसर में वर्मी कम्पोस्ट प्लांट का भी निरीक्षण किया। निगम की ओर से इसमें जनसेट की तरह एक कम्पोस्टर मशीन भी लगाई गई है, जो गीले कचरे को 90 डिग्री सेलसियस पर हीट देकर उसे सूखा देती है। अभी मशीन बंद है, निगमायुक्त ने इसे चलाने के निर्देश दिए।
गोबर और ग्रीन वेस्ट से बन रही बिजली
उन्होंने वेस्ट टू एनर्जी प्लांट (ईटीपी) का भी निरीक्षण किया। फिलहाल इसके लिए रोजाना आने वाले गोबर और ग्रीन वेस्ट से ही बिजली बनाई जा रही है। केपेस्टी की बात करें तो इसमें रोजना 200 यूनिट बिजली उत्पादित की जा सकती है, लेकिन वेस्ट की फिलहाल उपलब्धता के कारण इसमें 25 से 30 यूनिट ही बिजली बनाई जा रही है। उन्होंने जिला स्वच्छता अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रीन वेस्ट और डेयरी से निकलने वाले गोबर की मात्रा बढ़ाएं। बता दें कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट से जो बिजली पैदा हो रही है, वह पाल नगर एरिया की स्ट्रीट लाईटों में सप्लाई हो रही है। निगमायुक्त और उनके संग गए अधिकारियों ने स्लाटर हाऊस परिसर में गुलमोहर के पौधे लगाएं।
मौके पर ये लोग थे उपस्थित
निगमायुक्त के दौरे में मुख्य अभियंता महीपाल सिंह, अधीक्षण अभियंता श्याम सिंह, उप निगमायुक्त अरूण कुमार, कार्यकारी अधिकारी देवेन्द्र नरवाल, कार्यकारी अधिकारी सतीश शर्मा व नरेश त्यागी तथा स्वच्छता अधिकारी महावीर सोढी उपस्थित रहे।