यूएसए में चली गोलियां , 3 की गई जान ,1 करनाल के निसिंग का रहने वाला 26 वर्षीय मोनू , 2 साल पहले कर्जा लेकर मां बाप ने 35 लाख रुपये में डोंकी से भेजा था अमेरिका
करनाल: करनाल के निसिंग निवासी युवक की अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है । यह मामला बीती रात का बताया जा रहा है, जहां पर 26 वर्षीय मोनू नामक युवक खाना सप्लाई करने का काम करता था और वह रात की शिफ्ट पूरी करके सुबह करीब 4:30 बजे अपने अन्य दोस्तों के साथ कमरे पर जा रहा था। इस दौरान उसकी और अन्य दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक की हत्या लूटपाट को लेकर की गई या अन्य वजह से की गई अभी इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल करनाल निसिंग में युवक की मौत के बाद मातम छाया हुआ है। जिसके चलते शनिवार को निसिंग की सराफा बाजार मार्केट भी बंद रही। परिवार सरकार से उनके बेटे का शव भारत लाने की गुहार लगा रहा है।
पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा था मोनू
मृतक युवक मोनू के पिता पवन वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे पांच बच्चे है। तीन लड़कियां और दो लड़के है। मोनू सबसे छोटा लड़का था। पिता ने बताया कि मोनू करीब 2 साल पहले ही 35 लाख रुपए लगाकर डोंकी से अमेरिका में गया था। जो अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी के डेल्फिया एरिया में रह रहा था, वह वहां पर पिछले 2 साल से गया हुआ था ,इसलिए वह वहां पर सही तरीके से सेट हो गया था, जो एक फूड डिलीवरी का काम करता था और अच्छे पैसे कमा रहा था । लेकिन बीती रात करीब 10:00 बजे मोनू के रूममेट का अमेरिका से कॉल आता है कि उसके बेटे के साथ हादसा हो गया जिसमें गोली लगने से उसकी मौत हो गई। मृतक युवक के पिता ने बताया कि फायरिंग में अकेला मोनू ही नहीं उसे अन्य भी दो लड़कों की मौत हुई है।वही सुनने में आया है कि चार लोगों को गोली लगी थी जिसमें से तीन की मौत हो गई है। आरोपियों ने लूटपाट करने के लिए इन बच्चों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी ,यह सभी अपनी जॉब खत्म करके अपने रूम पर वापस जा रहे थे ,इसी दौरान उनके ऊपर अमेरिका में रह रहे बदमाश के द्वारा फायरिंग की गई जिसमें उसके बेटे सहीत दो अन्य युवक की भी मौत हो गई। पिता ने बताया बैंक से लोन लेकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मोनू को अमेरिका भेजा था। उसकी भी भरपाई नहीं हो पाई थी और वह कर्ज भी लौटाना है। बेटा भी नहीं रहा और अब उसकी बॉडी भारत लाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है।
मृतक युवक की मां सुनीता देवी ने कहा कि वह एक बार अपने बच्चे को अंतिम बार देखना चाहती है और उसको अंतिम विदाई देना चाहती है। इसलिए वह सरकार से अपने बेटे को भारत लाने की अपील कर रही है ,वहीं आपको बता दे कि मृतक मोनू पांच भाई बहन है जिसमें मोनू सबसे छोटा था और सबका दुलारा था ।
भाई की शादी में 8 साल का था मोनू
मोनू के भाई सोनू ने बताया कि मेरी शादी के समय मोनू 8 साल का था और मेरा सबसे लाड़ला भाई था। वह मेरे से 12 साल छोटा है। हम अपने भाई को भारत में लाकर अंतिम संस्कार करना चाहते है।
पुर्तगाल में हो चुका था पक्का
युवक के ताऊ ने बताया कि मोनू को हमने बड़े अरमानों के साथ बाहर भेजा था और उसके लिए हमने बैंक और अन्य रिश्तेदारों से कर्ज लिया था ताकि हमारा बच्चा बाहर जाकर सेटल हो सके। उनको नहीं पता था कि वह एक बार बाहर जाने के बाद दोबारा उसको कभी नहीं देख पाएंगे। उन्होंने बताया कि अमेरिका जाने से पहले मोनू पुर्तगाल में रहता था ,जहां पर उसको परमानेंट सिटीजन तक मिल चुकी थी लेकिन वह वहां न रहकर अमेरिका जाना चाहता था। इसलिए वह पुर्तगाल से भारत आया और उसके बाद फिर यहां से अमेरिका जाने के लिए उसके लिए लाखों रुपए कर्ज लिया गया और उसको करीब 35 लाख रुपए लगा कर अमेरिका देश भेजा लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था । वहां पर काले हब्सी लोग होते है, वे किसी को भी गोली मारकर चले जाते है, उन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती।
लेकिन अब वह सरकार से एक ही अपील कर रहे हैं कि वह उनके बेटे को भारत लाने में सहायता करें ताकि वह उसको अंतिम बार देख सके और उसका अंतिम संस्कार कर सके। अमेरिका में हर दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। सरकार से प्रार्थना है कि वहां पर ठोस कदम उठाए और यहां की सरकार से भी अपील है कि सरकार इस परिवार की मदद करे, ताकि शव भारत लाया जा सके।