करनाल: करनाल शुगर मिल ने की बड़ी उपलब्धि हासिल, गन्ने के भुगतान में करनाल शुगर मिल ने पाया प्रदेश में पहला स्थान , समय पर भुगतान और सुविधाओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन व गन्ना उत्पादक किसानों ने किया मिल प्रबंधन को सम्मानित।
प्रदेश की शुगर मिलो में से करनाल शुगर मिल ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जिसकी चर्चा हरियाणा ही नहीं पूरे भारत में की जा रही है। आपको बता दें कि इस बार फिर किसानों को गन्ने का पूर्ण भुगतान करने में इस शुगर मिल ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। यही नहीं गन्ने के वेस्ट से बिजली बनाकर यह शुगर मिल आज करोड़ों रुपए कमा रही है।
करनाल शुगर मिल की इस बड़ी उपलब्धि के चलते गन्ने के समय पर भुगतान और सुविधाओं को लेकर शुक्रवार को गन्ना उत्पादक किसानों और भारतीय किसान यूनियन ने करनाल शुगर मिल प्रबंधन का धन्यवाद करते हुए उन्हें सम्मानित किया।
गौरतलब है कि करनाल सहकारी चीनी मिल ने 18 मेगावाट के उत्पादन संयंत्र के माध्यम से बिजली के उत्पादन में तेजी लाई है। जिसमें गन्ने की खोई का उपयोग किया जा रहा है। मिल के प्रबंध निदेशक हितेन्द्र कुमार ने कहा कि शुगर मिल और किसानों के बीच बेहतर तालमेल के साथ हम गन्ना किसानों को समय पर भुगतान कर रहे हैं और किसान भी शुगर मिल के साथ पूरा सहयोग करते हैं। इस कारण आज यह शुगर मिल विभिन्न क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि 18 मेगावाट बिजली उत्पादन जिसमें 5 मेगावाट से 6 मेगावाट के बीच की आंतरिक खपत के बाद बाकी बिजली एचपीपीसी को भेजी जा रही है। हरियाणा बिजली खरीद केंद्र को बिजली की आपूर्ति कर मिल ने चालू पेराई सत्र के दौरान 25 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की है।
उन्होंने कहा कि इस मिल ने अपनी पेराई क्षमता को 2,200 टन गन्ना प्रतिदिन से बढ़ाकर 3,500 TCD कर लिया है। शुगर मिल की इस बड़ी उपलब्धि पर हितेंद्र कुमार महाप्रबन्धक करनाल शुगर मिल ने कहा कि किसानों को उनकी उपज की बिक्री के पांच दिनों के भीतर भुगतान किया जा रहा है। गन्ना किसानों का भुगतान करने के मामले में करनाल शुगर मिल पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और किसानों का समय बचाने के लिए, एक एप्लीकेशन के माध्यम से ऑनलाइन टोकन प्रणाली लागू की गई है, जिससे किसान अपनी डिलीवरी की योजना कुशलतापूर्वक बना सकते हैं और कतार के आंकड़ों की जांच कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था करने में असमर्थ किसानों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मांन ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन और गन्ना किसानों ने मिल प्रबंधन द्वारा किसानों के हित में किए गए कार्यों और सुविधाओं के लिए धन्यवाद करते है उन्होंने कहा कि करनाल शुगर मिल द्वारा न केवल समय पर उनके गन्ने का भुगतान किया जा रहा है बल्कि लाइन में लगने से बचने के लिए भी शुगर मिल द्वारा ऑनलाइन व्यवस्था की गई है जिससे किसानों के समय की भी बचत होती है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा किसान यूनियन केवल आंदोलन नहीं करती बल्कि सरकार और प्रशासन के अच्छे कार्यों का सम्मान भी करना जानती है। उन्होंने कहा कि करनाल शुगर मिल ने किसानों के लिए सराहनीय कार्य किए हैं जिसके लिए आज मिल प्रबंधन का सम्मान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि शुगर मिल ऐसे ही बड़ी-बड़ी उपलब्धि हासिल करता रहे और गन्ना वाले किसानों को इससे लाभ होता रहे। बाकी किसानों को भी आने वाले समय में शुगर मिल के इस उपलब्धि से गन्ना लगाने वाले किसानों को भी फायदा हो।
इस मौके पर करनाल मिल के प्रबंध निदेशक हितेन्द्र कुमार,ओमपाल मंधान निदेशक, संजय काम्बोज निदेशक, प्रकाश नरवाल निदेशक, गुरमेल सिंह निदेशक, जोगिंदर सिंह निदेशक, राजपाल लाठर निदेशक और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मांन सहित अन्य किसान भी रहे मोजूद।