Karnal News यूपी के किसानों को आकर्षित कर रही राज्य की विभिन्न मंडियां,धान की अगेती किस्म की पूसा 1509  की आवक करनाल में शुरू:-मार्किट कमेटी सचिव

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Karnal News Various markets of the state are attracting the farmers of UP
करनाल: धान की अगेती किस्म ‘पूसा 1509’ की आवक यूपी से करनाल अनाज मंडी में शुरू हो गई है। लेकिन पिछले साल के मुकाबले इसकी कीमतों में भारी गिरावट हैं। इस साल धान 2400 से 2750 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है। जबकि पिछले साल इसकी कीमतें 3000 से 3600 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं। जिसके चलते यूपी से बड़ी संख्या में किसान राज्य की विभिन्न अनाज मंडियों की ओर आकर्षित हुए थे।
करनाल की अनाजमंडी में 1509 किस्म की धान को प्राइवेट एजेंसियां खरीद रही हैं। जिसकी खरीदी इ नेम के जरिए की जा रही है।मंडी में सरकारी एजेंसियां धान की 1509 किस्म की खरीद नहीं करती। निजी फर्मों की ओर से धान की खरीद की जा रही है। पिछले साल के मुकाबले मंडी में इस बार 1509 किस्म का धान जल्दी पहुंचना शुरू हो गया है। अभी तक अनाज मंडी में 2 लाख 50 हजार क्वांटल से ज्यादा 1509 धान की आ हो चुकी है, वही पिछली बार करीब सवा दो लाख क्विंटल धान करनाल अनाज मंडी में यूपी से पहुंची थी। इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा धान करनाल अनाज मंडी में पहुंची है। लेकिन इस वर्ष बारिश कम होने के चलते किसानों की धान की पैदावार कम हुई है। निजी आढ़ती निर्यात के उद्देश्य से इस किस्म को खरीदते हैं। जो अपने हिसाब से ही रेट तय करते हैं वहीं पिछले साल की अपेक्षा इस बार किसानों की 1509 धान का मूल्य पर खरीदी जा रही है।
करनाल मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा ने बताया कि  आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अब तक करनाल अनाज मंडी में उत्तर प्रदेश से 1509 किस्म धान जल्दी पहुंचना शुरू हो गया है।अभी तक अनाज मंडी में 2 लाख 50 हजार क्वांटल से ज्यादा 1509 धान की आ हो चुकी है, वही पिछली बार करीब सवा दो लाख क्विंटल धान करनाल अनाज मंडी में यूपी से पहुंची थी। इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा धान करनाल अनाज मंडी में पहुंची है ।
करनाल मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा ने कहा कि निजी खरीद एजेंसी इस किस्म को खरीदते हैं। हम यहां किसानों को सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बरसात से बचने के लिए यहां पर पूरे प्रबंध किए गए हैं। अनाज मंडी में आठ शेड हैं जिनके नीचे 20000 क्विंटल से ज्यादा धान आ सकती है। तो वही अनाज मंडी में पीने के पानी की व्यवस्था और शौचालय की व्यवस्था भी की हुई है। अनाज मंडी में धान से निकला हुआ वेस्ट अभी पड़ा हुआ है। उसके लिए अभी टेंडर होना है, टेंडर होते ही जल्द ही उसको भी साफ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण कुछ समय के लिए अनाज मंडी में पानी खड़ा हो जाता है क्योंकि आगे ड्रेन का रास्ता छोटा है। जिससे पानी को निकालने में समय लगता है लेकिन इस समय बरसात से किसी भी किसान का नुकसान अनाज मंडी में नहीं हुआ है।
जब उनसे सवाल किया गया कि आवारा पशु यहां पर घूमते हैं तो उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी समस्या है हमारे पास पर्याप्त मात्रा में चौकीदार नहीं है लेकिन फिर भी हमने व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रबंध किए हुए हैं। ताकि किसी भी किसान भाई को करनाल अनाज मंडी में किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो।
धान खरीदार राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश की धान यहां पर पहुंच रही है जिसकी खरीदें प्राइवेट एजेंसी के द्वारा की जा रही है । इस बार धान का रेट पिछले वर्ष की अपेक्षा कम है जिसका कारण यह बताया जा रहा है कि पिछली वर्ष जो राइस मिलों ने धान की खरीद की थी उसमें उनको कुछ नुकसान हुआ है, उनका चावल अभी तक निकला नहीं है और इसी के चलते इस बार रेट पिछले वर्ष की अपेक्षा कम है। उन्होंने कहा कि इस बार पैदावार भी कम निकली है जिसे किसानों को कुछ नुकसान है, हालांकि धान की गुणवत्ता काफी अच्छी है। उन्होंने कहा कि अनाज मंडी सचिव के द्वारा अनाज मंडी में सभी प्रबंध किए गए हैं। किसी को कोई भी परेशानी नहीं है अनाज मंडी में बरसात से बचने के लिए प्राप्त मात्रा में मंडी प्रशासन के द्वारा प्रबंध किए गए हैं। किसी भी किसान और कमीशन एजेंट को कोई भी परेशानी नहीं हो रही।