Swabhaav Swachhata-Sanskar Swachhata, (आज समाज),करनाल: स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता (4 एस) की थीम को लेकर नगर निगम करनाल क्षेत्र में स्वच्छता ही सेवा 2024 कार्यक्रम की शुरूआत मंगलवार से शुरू हो चुकी है, जो आगामी 2 अक्तूबर तक जारी रहेगा। इसके तहत क्लीनीनेस टारगेट यूनिट (सी.टी.यू.) की पहचान कर उन्हें स्वच्छ करने का अभियान चला दिया गया है,
जिसमें पुराने बस स्टैण्ड के पीछे का क्षेत्र व आई.टी.आई. चौक पर बसंत विहार की साईड सर्विस लाईन के साथ लगती खाली जगह की साफ-सफाई कर उसे स्वच्छ किया गया। सफाई कर्मियों व नागरिकों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई। यह जानकारी नगर निगम आयुक्त नीरज कादियान ने दी।
उन्होंने बताया कि स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के तहत नगर निगम की स्वच्छ भारत मिशन शहरी टीम द्वारा चिन्हित किए गए सी.टी.यू. की साफ-सफाई कर उन्हें सुंदर बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान में निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर, स्वच्छागृहि, युवाओं, गैर सरकारी संगठन, नागरिकों व समाजसेवी संस्थाओं को साथ लेकर स्वच्छता गतिविधियां चलाई जाएंगी।
अभियान में यह कार्यक्रम किए जाएंगे आयोजित
उन्होंने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें मेगा स्वच्छता अभियान, क्लीनीनेस टारगेट यूनिट को खत्म करना, सफाई मित्र सुरक्षा, स्वास्थ्य जांच शिविर, मैराथन, साईक्लोथोन, जागरूकता रैली, स्कूल व कॉलेजो में पेंटिंग व स्लोग्न प्रतियोगिता, कचरा मुक्त बिन्दूओं पर पेंटिंग करवाना, एक पेड़ मां के नाम तथा स्वच्छता में जन भागीदारी के अतिरिक्त सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियां चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम शहर के प्रत्येक जोन में नागरिकों को साथ लेकर चलाए जाएंगे।
यह है कार्यक्रम का मकसद
उन्होंने बताया कि करनाल शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाना कार्यक्रम का मकसद है। उन्होंने बताया कि नागरिकों को सफाई के बारे में जानकारी हो, गीले व सूखे कूड़े की पहचान हो, किस कचरे को किस रंग के डस्टबिन में डालना है, शहर के गंदे पाँयट्स को साफ कर सुंदर बनाना तथा शहर के प्रत्येक नागरिक को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना ही कार्यक्रम का मकसद है।
निगमायुक्त ने कहा कि स्वच्छता है, तो स्वस्थता है और स्वस्थता है, तो समृद्धता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष की थीम, स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता (4 एस), व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बदलाव का प्रतिनिधित्व करती है। यह दैनिक आदतों और सांस्कृतिक प्रथाओं में स्वच्छता को एकीकृत करने पर जोर देता है तथा रोजमर्रा की जिंदगी के मुख्य भाग के रूप में स्वच्छता के प्रति एक संशोधित दृष्टिïकोण को प्रोत्साहित करता है।
उन्होंने बताया कि 4 एस अभियान तीन प्रमुख स्तंभों के आसपास बनाया गया है, जिसमें 1. स्वच्छता की भागीदारी- स्वच्छ भारत के लिए सार्वजनिक भागीदारी, जागरूकता और वकालत गतिविधियाँ, 2. सम्पूर्ण स्वच्छता-मेगा स्वच्छता अभियान और स्वच्छता लक्ष्य इकाईयों का समयबद्घ परिवर्तन, 3. सफाई मित्र सुरक्षा शिविर- सफाई कर्मियों की स्वास्थ्य जांच, सुरक्षा और सम्मानित शिविर आयोजित करना है। उन्होंने कहा कि नगर निगम करनाल स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में टॉप में आने के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि नागरिक स्वच्छता को अपने स्वभाव एवं संस्कार में शामिल करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक सरकारी कार्यक्रम नही है, बल्कि यह नागरिकों के व्यवहार से जुड़ी दिनचर्या है। उन्होंने शहर के नागरिकों का आह्वान किया कि वे स्वच्छता को अपने व्यवहार में बनाकर रखें और इसे जीवन का एक अभिन्न अंग बनाएं, ताकि भारत को स्वच्छ व सुंदर बनाने का सपना साकार हो सके। उन्होंने समाजसेवी संस्थाओं व नागरिकों से अपील की कि वह इस मुहिम से जुड़ें और शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने में अपना योगदान दें।
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