करनाल: हरियाणा सहित पुरे भारत मे साइबर ठग आए दिन लोगों को निशाना बना रहे हैं। करनाल में लगातार ठगी के ऐसे कई मामले सामने आ रहे है। मामलों में साइबर ठगों ने अलग-अलग तरीका अपनाया है।
ताजा मामले में कर्ण गेट करनाल के रहने वाले परवीन कुमार साइबर ठगों की नई तरीके की ठगी का शिकार हो गए हैं । उन्होंने बातचीत में बताया कि उनके फोन में बिना ओटीपी आए तीन एंट्री से उनके खाते में से पैसे निकाले गए हैं जिसमें 5 लाख, 83 हजार व 50 हजार कुल 6,33000 की जमा पूंजी उनके खाते में से निकाली गई है।
पीड़ित व्यक्ति परवीन ने बताया कि बैंक की तरफ से उन्हें कोई भी मैसेज नहीं आया और उनके खाते में अब ₹371 पर शेष रह गए हैं । बीते कल मैं करनाल यूनियन बैंक में इसकी शिकायत की तो 5 लाख की निकाली गई रकम में से 2 लाख 41 हजार रुपए को जो किसी दूसरे यूनियन बैंक बिहार के किसी अन्य खाते में शेष थे उसको फ्रीज़ कराया गया। पीड़ित परवीन ने कहा कि फ्रीज हुआ पैसा मुझे अभी नही मिला है। मैं बैंक की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं मेरा इस बैंक के अन्य दूसरे खातों में 20 लाख रुपया जमा है। मैं अपने सारे खाता इस बैंक से बंद करवाऊंगा।
पुलिस जांच अधिकारी ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है शिकायत कर्ता ओर बैंक के अधिकारियों की आपसी बैठक में पीड़ित व्यक्ति को उचित कार्यवाही करने की संतुष्टि दी गई है। मामला साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है।
यूनियन बैंक की अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि उनके बैंक कस्टमर के साथ तीन फ्रॉड ट्रांजैक्शन हुई है। ठगों द्वारा कस्टमर के फोन को हैक कर पहले ट्रांजैक्शन की लिमिट को बढ़ाया और उसके बाद तीन अलग-अलग ट्रांजैक्शन कर पैसे को निकाला गया है। बैंक द्वारा इन ट्रांजेक्शन के मैसेज कस्टमर को किए गए क्योंकि फोन हैक होने के कारण यह फोन का कंट्रोल साइबर ठगों के हाथ में था इसलिए कस्टमर को मैसेज नहीं गए। उन्होंने बताया कि 5 लाख की ट्रांजैक्शन हमारे ही यूनियन बैंक बिहार में हुई जिसका तुरंत संज्ञान लेते हुए एक्शन लिया गया। 241000 की अमाउंट खाते में से शेष थी जिसको फ्रीज करवा दिया गया है। उन्होंने कहा यह पुलिस जांच का मामला है हम इसके लिए अपना पूरा सहयोग करेंगे। पीड़ित व्यक्ति के पैसे वापस लाने के लिए जो प्रयास बैंक के करने होंगे वह किया जा रहे हैं।