किसी भी कीमत पर नहीं जाने देंगे किसानों की जमीन : रतनमान
इंद्री अनाजमंडी में किसान पंचायत में किसानों ने जताया रोष
प्रवीण वालिया, इंद्री/Karnal News: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के तत्वावधान में शामलात देह जुमला मालकान व आबादी देह के मुद्दे को लेकर रविवार को इंद्री अनाज मंडी में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। किसान पंचायत में इंद्री हलका के दो दर्जनभर गांव के सैंकड़ों किसानों ने भाग लिया।
किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन
पंचायत की अध्यक्षता हलका अध्यक्ष दिलावर सिंह डबकौली ने की। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने शिरकत की। महापंचायत में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार रोष प्रदर्शन किया गया। पंचायत में ऐलान किया गया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की आड़ में सरकार शामलात देह पर बसे लोगों को उजाडऩे का दुस्साहस ना करें। यदि सरकार ने इस तरह का कदम उठाया तो किसान इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
5 अगस्त को प्रदर्शन कर उपायुक्त को ज्ञापन
भाकियू नेता रतनमान ने महापंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा कि आने वाली 5 अगस्त को प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर उपायुक्त को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा कि हरियाणा में बहुत सारे गांव शामलात देह की जमीन पर बसे हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के बाद सरकार इन गांव को उक्त भूमि से बेदखल करना चाह रही है जो सरासर गलत है। इन लोगों ने खून पसीने की कमाई से मकान बनाए हैं उनको उजाडऩा सरकार का काम नहीं है।
किसान पंचायतों का आयोजन
सरकार का काम है कि जनता को बसाने व समृद्ध बनाने तथा उनके भविष्य की सुरक्षा करना है। लेकिन यदि इसके उलट सरकार काम करेगी तो उसका विरोध निश्चित रूप से होगा। भाकियू इस विरोध के लिए किसानों के सहयोग करने के लिए तैयार है। रत्नमान ने कहा कि इस मसले को लेकर प्रदेश भर में किसान पंचायतों का आयोजन करके किसान मजदूरों को लाम्बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के फर्मान के बाद किसान मजदूरों में रोष पनप रहा है।
भाकियू किसानों के हकों के लिए संघर्षरत
सरकार के इस कदम के विरोध में प्रदेश भर में आने वाली 5 अगस्त को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर सभी जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। उन्होंने सरकार से मांग कि शामलात देह पर बसी जनता को उजाडऩे का कदम ना उठाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाकियू किसानों के हकों के लिए हमेशा से संघर्षरत रही है तथा आगे भी किसानों के लिए संघर्ष के रास्ते से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक नेता किसान आंदोलन को लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। इस तरह की घटिया बयानबाजी करने वाले किसानों के हितेषी नहीं हो सकते। बल्कि किसानों के दुश्मन है ऐसे नेताओं को अपने राजनीतिक स्वार्थ त्याग कर किसानों के बारे में सोचना चाहिए।
26 जुलाई को किसान संसद का आयोजन
उन्होंने कहा कि 26 जुलाई को जयपुर में किसान संसद का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भाग लें रहे है। जिसमें सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दौरान किए गए वायदे को पूरा न करने पर चर्चा कर रणनीति तय की जाएगी। जनता से अपील की कि वह किसानों द्वारा 5 अगस्त को जिला मुख्यालय पर किए जाने वाले प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर भाग ले और सरकार की किसान विरोधी नीतियों की पोल खोलें के लिए आगे आएं।
इस अवसर पर मौजूद रहे
इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन, जिला कुरूक्षेत्र प्रभारी नेकी राम मढ़ान, युवा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह धुमसी, कुरुक्षेत्र जिला पूर्व अध्यक्ष रामकुमार खैहरा, नाथीराम कांबोज, सतीश चौगामा, सतबीर गढ़ीबीरबल, जसबीर जैनपुर, मदनपाल बपदा, श्याम लाल धनौरा, धनेतर राणा सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे ।