करनाल: विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है एक अक्टूबर के दिन हरियाणा में मतदान होगा तो वहीं 4 अक्टूबर के दिन मतगणना की जाएगी। मौजूदा समय में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जो पिछले 10 सालों से हरियाणा में अपनी सरकार चला रहे हैं लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साढ़े 9 साल से ऊपर तक रहे लेकिन लोकसभा चुनाव से बिल्कुल पहले भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मनोहर लाल को मुख्यमंत्री पद से हटकर उनको करनाल लोकसभा से लोकसभा प्रत्याशी बनाया गया था और हरियाणा के मुख्यमंत्री के तौर पर नायब सैनी को आगे किया गया था जिसका मुख्य कारण यह भी बताया जा रहा था कि मुख्यमंत्री नायब सैनी को बनाने के बाद लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में ओबीसी समाज की वोट बैंक भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा। जिसके चलते लोकसभा चुनाव के साथ करनाल विधानसभा उपचुनाव भी किया गया जहां पर नायब सैनी को प्रत्याशी बनाया गया और उन्होंने जीत हासिल करके विधिवत रूप से मुख्यमंत्री बन गए। पिछले 10 सालों से करनाल को सी एम सिटी कहा जाता है लेकिन अब एक बार फिर से अगर हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो सी एम सिटी आने वाले चुनाव में बदलती हुई दिखाई दे रही है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में नायब सैनी करनाल विधानसभा की जगह लाडवा विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं।
बीजेपी में टिकट वितरण में हो सकते हैं बड़े बदलाव
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी टिकट वितरण को लेकर काफी समय से मंथन कर रही है और हाल ही में मीडिया में चर्चा बनी हुई है कि इस बार आर एस एस के कहने पर बीजेपी के द्वारा टिकट वितरण किया जाएगा जिसमें कई मंत्रियों के भी टिकट काटने की बात कही जा रही है। मीडिया में यह चर्चा का विषय बना हुआ है। अगर ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर नए चेहरों को बीजेपी के द्वारा चुनावी रण में उतारा जाएगा, हालांकि भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रत्येक विधानसभा में फीडबैक लेने के लिए एक यात्रा भी शुरू की गई है जिसमें जिस नेता की अच्छी रिपोर्ट आएगी उस आधार पर टिकट वितरण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री लाडवा विधानसभा से लड़ सकते हैं चुनाव
मुख्यमंत्री नायब सैनी के द्वारा कहीं बार बयान दिया गया है कि वह करनाल को ही मुख्यमंत्री की सिटी बना कर रखेंगे लेकिन हाल ही में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सैनी करनाल विधानसभा सीट को छोड़कर लाडवा विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में अब आने वाले समय में अगर ऐसा होता है तो करनाल की जगह कुरुक्षेत्र को सीएम सिटी कहा जाएगा। हालाकि कई बार यह भी दिखाई दिखाई दिए हैं कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि टिकटों का वितरण हाई कमान के द्वारा किया जाएगा जहां से चुनाव लड़ने के लिए बोलेंगे वहां से चुनाव लड़ा जाएगा।
लाडवा विधानसभा में सैनी समाज का वोट बैंक ज्यादा होने के चलते लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
लाडवा विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने का मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री बनने से पहले नायब सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा सांसद रह चुके हैं और लाडवा विधानसभा में सैनी समाज की अच्छी वोट बैंक है जिसके चलते आने वाले विधानसभा चुनाव में वह आसानी से यहां से जीत हासिल कर सकते हैं, तो वहीं अगर करनाल विधानसभा सीट की बात की जाए वहां पर मुख्यमंत्री नायब सैनी के लिए चुनाव लड़ने में थोड़ी समस्या पैदा हो सकती है क्योंकि वहां पर पंजाबी समाज की वोट ज्यादा होने के चलते अगर दूसरी पार्टी के द्वारा पंजाबी समाज से किसी को उम्मीदवार बनाया जाता है तो नायब सैनी के सामने के लिए खड़ी हो सकती। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में नायब सैनी लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं इसके साथ यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि वह लाडवा विधानसभा से अलग नारायणगढ़ विधानसभा से भी चुनाव लड़ सकते हैं क्योंकि नारायणगढ़ से नायब सैनी संबंध रखते हैं ऐसे में वहां पर उनका जन समर्थन अच्छा है। अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नायब सैनी कहां से चुनाव लड़ते हैं।