- आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 100 गांवों को लें गोद
प्रवीण वालिया, Karnal News:
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने पशु वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे एनडीआरआई के शताब्दी वर्ष के दौरान एक ऐसा एक्शन प्लान तैयार करें जिसके अंतर्गत पिछले 99 वर्ष की उपलब्धियों को आने वाले 10 वर्षों में दोगुना करें। इतना ही नहीं आजादी के अमृत महोत्सव के तहत करनाल जिले के 100 गांवों को पशु वैज्ञानिक गोद लें और उन गांवों में पशुधन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित करें और निरंतर विजिट करते रहें।
ऑक्सीजन पार्क का उद्घाटन
केन्द्रीय मंत्री शुक्रवार को एनडीआरआई के सभागार में एनडीआरआई के शताब्दी वर्ष के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री ने गणमान्य व्यक्तियों के साथ मिलकर पौधरोपण किया व ऑक्सीजन पार्क का उद्घाटन तथा पशुधन अनुसंधान केन्द्र, पशु जैव प्रौद्योगिकी केन्द्र और रेफरल प्रयोगशाला का अवलोकन किया एवं संस्थान की 100 साल की उपलब्धियों पर आधारित शताब्दी स्मारक स्तंभ का उद्घाटन किया।
सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को पुरस्कार
मंत्री ने एनडीआरआई के शताब्दी लोगो तथा उपलब्धियों पर पुस्तक व अन्य पुस्तकों का विमोचन किया व अनुसंधान प्रभाग, समर्थन अनुभाग, प्रशासन व वित्त अनुभाग के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को पुरस्कार भी प्रदान किए। उन्होंने इस ऐतिहासिक एवं गौरवशाली क्षण पर उपस्थित वैज्ञानिकों, किसानों को बधाई एवं शुभकमानाएं दी और कहा कि विश्वविद्यालय की दृष्टि से एनडीआरआई की उपलब्धियां अतुलनीय रही हैं, इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि वैज्ञानिकों ने बड़ी लगन और परिश्रम के साथ इस संस्थान का नाम रोशन करने का काम किया है।
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान की स्थापना
उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर करती है, खेती के साथ-साथ पशुधन को पालने की परम्परा प्राचीन समय की है। इसी आवश्यकता की पूर्ति के लिए करनाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि खेती के साथ-साथ पशुधन के क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों ने अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं, जिन पर हम सबको गर्व है। लेकिन इस दिशा में और कार्य करने की आवश्यकता है।
नई तकनीक को किसानों तक पहुंचाना
उन्होंने कहा कि पिछले 99 वर्षों के दौरान वैज्ञानिकों को अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब ज्ञान भी है, विज्ञान भी है और मजबूत ढांचा है, यानि अब सबकुछ हमारे पास है। वैज्ञानिक को चुनौतियों का डटकर सामना करते हुए, कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र को और बढ़ाना देना होगा। नई-नई तकनीक को किसानों तक पहुंचाना होगा ताकि आमदनी दोगुनी हो सके। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में भारत दुनिया में अग्रणी पंक्ति में खड़ा है, इस क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है, वहीं गुणवत्ता में बढ़ावा देने की जरूरत है तथा जहां दूसरे क्रमांक पर है पहले स्थान पर आने के लिए कार्य करना चाहिए।
हर जिले में 75-75 अमृत सरोवर
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रमों को जनकल्याण के लिए समर्पित किया हैए जिसका एक उदाहरण है अमृत सरोवर (तालाब)। प्रधानमंत्री के आह्वान पर देश के हर जिले में 75-75 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री ने योग की महत्ता को पूरे विश्व में प्रचारित-प्रसारित किया। परिणामस्वरूप हर 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना शुरू किया गया और इस साल केन्द्र सरकार के 75 मंत्री, आध्यात्मिक व ऐतिहासिक महत्व के हमारे देश के 75 चिन्हित स्थानों पर योग दिवस मनाने गए।
100वें साल की कार्य योजना के बारे में जानकारी दी
कार्यक्रम में डेयर के सचिव व आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र वर्चुअल जुड़े और उद्बोधन में एनडीआरआई टीम को बधाई दी। एनडीआरआई के निदेशक डॉ. एमएस चौहान ने संस्थान की 99 वर्ष की उपलब्धियों तथा 100वें साल की कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इन उपलब्धियों के लिए वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी। एनडीआरआई के संयुक्त निदेशक धीर सिंह ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस अवसर पर उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) डा. बीएन त्रिपाठी, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, स्थानीय कृषि वैज्ञानिक तथा पशु वैज्ञानिक सहित अन्य अधिकारी, विद्यार्थी व किसान उपस्थित रहे।ये भी पढ़ें : कार्तिकेय शर्मा की जीत को लेकर समस्त ब्राह्मण समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का किया धन्यवाद
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