Karnal News: क्षुब्ध किसान व पुलिस के जवान भिड़े

0
13
Karnal News: क्षुब्ध किसान व पुलिस के जवान भिड़े
Karnal News: क्षुब्ध किसान व पुलिस के जवान भिड़े
  • धान खरीद के सरकार द्वारा बिना वजह आदेश वापिस लिए जाने का किसान कर रहे थे विरोध
  •  पुलिस की इस ज्यादती को देखते हुए आंदोलनकारी किसानो ने की नारेबाजी

Bharatiya Kisan Union, (आज समाज), करनाल,प्रवीण वालिया: धान खरीद के सरकार द्वारा बिना वजह आदेश वापिस लिए जाने के विरोध जताने को लेकर सोमवार को करनाल के लघु सचिवालय में उपायुक्त से मिलने पहुंचे क्षुब्ध किसानों के साथ पुलिस के जवान भीड़ गए। पुलिस की इस ज्यादती को देखते हुए आंदोलनकारी किसान नारेबाजी करते हुए पुलिस के घेरे के तौड़ कर आगे बढ़ गए। जहां किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर तुरंत धान खरीद करवाए जाने की मांग की।

इससे पूर्व भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अर्जुन नगर स्थित दीनबंधू सर छोटू राम किसान भवन में जिलाभर से आए सैंकडो किसानों ने जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन की अध्यक्षता में किसान पंचायत का आयोजन किया।

जब सरकार डरती है, तो पुलिस को आगे करती है: रतनमान

पंचायत में उपस्थित किसानों ने सही धान खरीद न किए जाने का जोरशोर से मुद्दा उठाया। किसान भवन से प्रदेशाध्यक्ष रतन मान की अगुवाई में सभी किसान अपने अपने वाहनों में सवार होकर जिला सचिवालय की ओर कूच किया। सेक्टर-12 के चौंक से लेकर भाकियू के बैनर तले पैदल मार्च निकाल कर रोष जाहिर करते हुए लघु सचिवालय के गेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। किसान नेता रतनमान ने कहा कि जब जब सरकार डरती है, तो सरकार पुलिस को आगे करती है। आज भी किसानों के सामने सरकार का यह रवैया सामने आया है। सरकार किसानों की समस्या के प्रति गंभीर नही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस सीजन के धान खरीद करने लिए 23 सितम्बर से खरीद के आदेश जारी किए गए थे। उन आदेशों को कई दिन पूर्व अचानक वापिस ले लिया गया।

परिणाम स्वरूप अनाज मंडियों धान के रेट 500 से 800 रूपए प्रति किवंटल नीचे आ गए। किसानों की लूट का यही से सिलसिला शुरू हो गया। किसान नेता रतन मान ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने धान खरीद चालू सीजन में करोडों रूपए की लूट करवाने के लिए बिचौलियों के किसानों के धान की फसल को हवाले कर दिया है। साफ वजह है कि सरकार ने धान खरीद के आदेशों को इसी वजह से वापिस लिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का कहना है कि अब एक अक्तूबर से धान की खरीद की शुरू की जाएगी। मान का कहना है कि इतनी देर में तो किसानों के धान की काफी मात्रा में लूट हो चुकी होगी।

रतनमान ने कहा कि अब धान को कम दामों में खरीद कर बिचौलिए एमएसपी की दर पर पुन: बेच कर मोटा मुनाफा कमाएगें। जिसके चलते सरकार व प्रशासन के नाक के तले एक बड़ा धान घोटाला जन्म ले लेगा। भाकियू नेता मान ने किसानों से आह्वान करते हुए कहा कि किसानों को अपने हकों के लिए आगे आना होगा। तभी लुटेरों से लूट को बचाया जा सकता है।

इस अवसर पर काफी संख्या में किसान मौजूद थे

इस अवसर पर भाकियू उतरी हरियाणा प्रभारी महताब कादियान, चेयरमेन यशपाल राणा, वरिष्ठ किसान नेता बाबूराम डाबरथला, प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, प्रवक्ता सुरेंद्र सागवान, युवा जिलाध्यक्ष नरेंद्र धूमसी, धनेतर राणा, महिंद्र मढाण, नेकी राम, सतबीर गढ़ी बीरबल, दिलावर सिंह डबकोली, रणबीर कतलाहेडी, रमेश बडसत, रामफल नरवाल, प्रेम बल्ला, सतीश चौगामा, दीपचंद मान, राजबीर मान, राम दूरेजा, शमशेर राणा, ओम प्रकाश देशवाल, सुनील नली, डा. सत्यवीर तौमर सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।

ये भी पढ़ें : Karnal News: आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका,प्रदेश प्रवक्ता एवं प्रदेश सचिव लीगल भगत राम सैंकड़ों कार्यकर्ताओं सहित भाजपा में हुए शामिल

ये भी पढ़ें : Mahendragarh News : विधानसभा चुनाव को लेकर कनीना शहर व ग्रामीण क्षेत्र में निकाला फ्लैग मार्च