निफ़ा द्वारा 15 अगस्त 2022 को आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर रक्त दान का एक विशेष देशव्यापी अभियान
इशिका ठाकुर, Karnal News:
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर जहां पूरा देश इसे महोत्सव के रूप में मना रहा है वहीं सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ़ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) ने भी इसे देश भर में अनोखे ढंग से मनाने की पहल की है।
व्यापी अभियान चलाने की घोषणा
भारत सरकार द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत हर घर तिरंगा को राष्ट्रभक्ति की भावना जगाने वाला कदम बताते हुए जहां निफ़ा ने देश भर की अपनी शाखाओं को इसमें हिस्सा लेने ओर इसका प्रचार करने के निर्देश दिए हैं वहीं 15 अगस्त 2022 को आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने पर रक्त दान का एक विशेष देश व्यापी अभियान चलाने की घोषणा भी की है।
75 लोकसभा क्षेत्रों में रक्त दान शिविर आयोजित
इस अभियान के तहत निफ़ा ने फ़ैसला किया है कि वो 15 अगस्त को देश के 75 लोकसभा क्षेत्रों में एक साथ रक्त दान शिविर आयोजित करेगी। करनाल लोकसभा क्षेत्र में 15 अगस्त 2022 से 29 अक्तूबर 2022 तक 75 दिनो तक हर रोज़ एक रक्त दान शिविर लगाया जाएगा। यानि 75 दिनो में 75 रक्त दान शिविर करनाल लोकसभा क्षेत्र जिसमें करनाल व पानीपत ज़िले आते हैं में लगाए जाएँगे। निफ़ा की हरियाणा शाखा द्वारा सभी ज़िला शाखाओं के साथ मिलकर प्रदेश में 75 दिनो में करनाल लोक सभा से अलग 75 शिविर लगाए जाएँगे। वहीं पूरे देश में 75 दिनो में कुल 750 शिविर लगाए जाएँगे ओर 75000 यूनिट् रक्त एकत्रित किया जाएगा। यह पूरा रक्त थैलीसीमिया के मरीज़ों व आर्मी ब्लड बैंकों में दिया जाएगा।
फ़ौजियों को भी समर्पित रहेगा अभियान
करनाल में आयोजित प्रेस वार्ता में निफ़ा के संस्थापक प्रीतपाल सिंह पन्नु ने बताया कि संस्था के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट नरेश बराना व राष्ट्रीय प्रधान अनिमेष देबरॉय व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के साथ मिलकर ये फ़ैसला लिया गया है। निफ़ा सचिव प्रवेश गाबा ने बताया कि यह पूरा अभियान उन स्वतंत्रता सेनानियों जिन्होंने देश की आज़ादी की लड़ाई में कुरबानियाँ की के साथ साथ उन फ़ौजियों को भी समर्पित रहेगा जिन्होंने इस आज़ादी को बचाए रखने के लिए ओर देश की सरहदों की रक्षा के लिए अपने प्राण नयौछावर किए।
रक्त की कमी का सबसे बड़ा कारण जागरूकता का अभाव
अभियान शुरू करने के कारणों पर प्रकाश डालते हुए निफ़ा संस्थापक प्रीतपाल सिंह पन्नु ने कहा कि आज देश की 140 करोड़ की आबादी का बड़ा हिस्सा उस आयु वर्ग में आता है जो स्वस्थ होने पर रक्त दान कर सकता है। भारत में दुनिया के किसी भी ओर देश के मुक़ाबले युवा अधिक हैं लेकिन उसके बावजूद इस देश में आवश्यकता के अनुसार रक्त नहीं मिल पाता।
देश में हर वर्ष होने वाली रक्त की कमी का सबसे बड़ा कारण जागरूकता का अभाव है। निफ़ा द्वारा 23 मार्च 2021 को भी शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के 90वे शहादत दिवस पर 1500 रक्त दान शिविरों का आयोजन किया गया था जिसके तहत लगभग एक लाख यूनिट रक्त एकत्रित किया गया था। इस अभियान से देश में रक्त दान को लेकर जागरूकता बड़ी थी व देश के आज़ादी के अमृत महोत्सव को समर्पित इस अभियान से भी रक्त दान के प्रति युवा वर्ग उत्साहित होगा।
अभियान का केंद्र बिंदु करनाल रहेगा
निफ़ा के प्रदेश अध्यक्ष श्रवण शर्मा ने कहा कि इस अभियान का केंद्र बिंदु करनाल रहेगा व पहले की तरह करनाल पूरे देश में रक्त दान की लहर को चलाने का गौरव हासिल करेगा। उन्होंने बताया कि करनाल की सभी ब्लॉक शाखाएँ व हरियाणा के सभी ज़िलों की शाखाओं से वो लगातार सम्पर्क में हैं ओर सभी में इस अभियान को लेकर भारी उत्साह है।
अभियान को कामयाब करने के लिए कमर कस चुकी हैं
निफ़ा सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी व ज़िला सचिव हितेश गुप्ता ने कहा कि हालाँकि निफ़ा की देश भर की शाखाएँ इस अभियान जो कामयाब करने के लिए कमर कस चुकी हैं लेकिन फिर भी अगर कोई ओर संस्था भी इस अभियान का हिस्सा बनना चाहती है तो उसका स्वागत है। हर रक्त दान शिविर की आयोजक संस्था को एक नवम्बर 2022 को हरियाणा दिवस पर एक विशेष सम्मान समारोह में राष्ट्रीय सम्मान से नवाजा जाएगा।
प्रेस वार्ता में शामिल रहे
प्रेस वार्ता में निफ़ा के संस्थापक प्रीतपाल सिंह पन्नु के साथ राष्ट्रीय सचिव प्रवेश गाबा, सह सचिव जसविंदर सिंह बेदी, प्रदेश अध्यक्ष श्रवण शर्मा, ज़िला सचिव व रेज़िडेंट सचिव हितेश गुप्ता, घरौंदा शाखा के प्रधान कमल कांत धीमान, असंध शाखा के प्रधान आलमजीत पन्नु व तरावड़ी शाखा के प्रधान पुनीत रहेजा शामिल रहे। सभी ने करनाल में ज़्यादा से ज़्यादा रक्त दान शिविर लगाने की बात कही।