प्रवीण वालिया, करनाल :
सांसद संजय भाटिया ने कहा कि पेड़ हमारे जीवन के सबसे ज्यादा रक्षक है। हमें पेड़ लगाने और बचाने के अभियान को आंदोलन का रूप देना चाहिए। तभी पर्यावरण की रक्षा और सुरक्षा हो सकेगी। लोगों को एसी में बैठकर सुकून नहीं मिलता जो सुकून पेड़ के नीचे बैठकर मिलता है, तभी ऋषि मुनियों ने पेड़ की पूजा के महत्व को बताया है। हमें पेड़ का पालन परिवार के सदस्य की तरह करना चाहिए। वे रविवार को पंचायत भवन के सभागार में वन महोत्सव दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उनके साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया भी उपस्थित थे। सांसद ने इससे पहले पौधारोपण करके स्वच्छ पर्यावरण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिएं। इस कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आनलाईन संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव दिवस पर सभी को बधाई दी और अपील की कि वह अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर पर्यावरण को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार योजना बना रही है कि स्कूलों में बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी को पौधे लगाने और उसका संरक्षण करने के लिए 10 अंक दिए जाए ताकि अधिक से अधिक पर्यावरण को बढ़ावा मिल सके।
सांसद ने कहा कि ऋषि मुनियों ने पेड़ को देवता के रूप में माना है। यह मनुष्य को वायु, आक्सीजन, छाया, फल, फूल, औषधियां देते है, तभी पर्यावरण शुद्ध रहता है। यदि पेड़-पौधे अधिक होंगे तो जल भी बचेगा और कल भी बचेगा। हर व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि पौधे जरूर लगाएं और उनका सरंक्षण भी करें। कोरोना महामारी में आर्टिफिशियल आक्सीजन का प्रयोग किया गया। इसका सबसे बड़ा कारण पेड़ों की कमी है। हमारे वातावरण में पेड़ों की कमी के कारण आक्सीजन की कमी हो गई है। सांसद ने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने गत दिनों करनाल में आक्सीवन लगाकर बड़ी सौगात दी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 3 करोड़ पेड़ लगाने की घोषणा की थी, वहीं इसी कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने हरियाणा में पंचायत की 8 लाख एकड़ भूमि में से 10 प्रतिशत भूमि पर पेड़-पौधे लगाए जाने की घोषणा की थी, जिसका नाम आक्सी वन होगा।
सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्राण वायु देवता के नाम से 75 साल से ऊपर के वृक्ष के रखरखाव के लिए 2500 रुपये प्रतिवर्ष पेंशन दी जाएगी और इस पेंशन में भी बुढ़ापा सम्मान पेंशन के अनुसार हर वर्ष बढ़ोतरी होगी। प्राकृतिक आक्सीजन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के हर गांव में पंचवटी के नाम से पौधारोपण किया जाएगा। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हर नागरिक पेड़ों से जुड़े। इस कार्यक्रम में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि वन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है, जो हमें जीवन देने के लिए आक्सीजन देता है। अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए जाएं इसके लिए जिला करनाल में प्रशासन द्वारा हरित करनाल के नाम से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले की 384 पंचायतों में 1 लाख 5 हजार पौधे लगाएं गए और जिले की दो पंचायतों में 5-5 एकड़ भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा, जिसका नाम आक्सीवन होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना महामारी के दौरान आक्सीजन के महत्व के बारे में जानकारी मिल गई है। कार्यक्रम में जिला बागवानी अधिकारी डॉ. मदन लाल ने पेड़ों के महत्व के बारे में जानकारी दी और कहा कि पेड़ों को अपने परिवार का सदस्य मानना चाहिए। इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर खुंडिया, भाजपा के मीडिया प्रभारी डा. अशोक कुमार, पर्यावरण प्रेमी अरोड़ा, समाज सेवी जोगिन्द्र वाल्मीकि सहित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।