- किंग मेकर के रूप में हारी हुई बाजी को जीतने का दम रखता है यह परिवार
Aaj Samaj (आज समाज), Karnal Lok Sabha constituency,प्रवीण वालिया, करनाल: करनाल में लोकसभा क्षेत्र से मनोहर लाल और विधानसभा उप चुनावों में मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी की जीत के पीछे मेयर रेनू बा ला गुप्ता के परिवार की मुख्य भूमिका रही। जिस तरह से इस परिवार ने चुनाव प्रबंधन का संचालन किया। उससे विरोधियों के पासे उलटे पड़ते दिखाई दिए।
करनाल में मेयर रेनू बाला गुप्ता के परिवार को चुनाव प्रबंधन में कुशल माना जाता है। यह परिवार आज भी करनाल में किंग मेकर की भूमिका निभा रहा है। इस परिवार की राजनीतिक पकड़ की विरासत मेयर रेनू बाला गुप्ता के ससुर दयाराम गुप्ता से मिली है। उनके पति ब्रज गुप्ता को चुनावी प्रबंधन में महारथ हांसिल है।
ब्रज गुप्ता के बड़े भाई सुरेश गुप्ता भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, करनाल को विधायक दिए। जिस राजनीतिक दल के साथ लग गए उसकी जीत सुनिश्चित हो जाती थी। इसी चुनावी और राजनीतिक प्रबंधन के कारण रेनू बाला गुप्ता को पहली बार 2013 में मेयर बनाया। इससे पहले सुरेश गुप्ता भी नगरपालिका के चेयरमैन रहे। उसके बाद वह दूसरी बार भी मेयर बनीं। इसके बाद 2014 में जब मनोहर लाल पहली बार करनाल में विधानसभा का चुनाव लडऩे आए तो उनकी जीत में इस परिवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मेयर और उनके पति ने जमीनी स्तर पर काम किया चुनाव के कुशल प्रबंधन के लिए
उसके बाद मनोहर लाल मुख्यमंत्री बने। उसके बाद 2019 में दूसरी बार इस परिवार का चुनावी प्रबंधन बेहतर रहा। उस समय संजय भाटिया लोकसभा चुनावों के दौरान जीत में मेयर के परिवार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसके बाद 2024 में करनाल लोकसभा चुनावों में पूर्व सीएम मनोहर लाल की जीत के लिए इस परिवार ने कुशल प्रबंधन का सहारा लिया।
करनाल में बिना लाइट में आए ब्रज गुप्ता ने मैदानी स्तर पर काम किया। उसने हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया। वहीं पर मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी को जिताने में इस परिवार ने अहम भूमिका निभाई। करनाल में इस परिवार का दखल हर क्षेत्र में है। उनका परिवार संयुक्त है और पूरा परिवार एक साथ किसी भी काम में लगता है। मेयर रेनू बाला गुप्ता तथा उनके पति ब्रज गुप्ता जिस तरह से भाजपा के प्रति समर्पित रहते हुए बिना लालच के काम कर रहे है, वह अप ने आप में उल्लेखनीय है।