करनाल : सरकार ने मांगे न मानीं तो 7 तारीख को करेंगे सचिवालय का अनिश्चितकालीन घेराव : चढूनी

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प्रवीण वालिया, करनाल :
शनिवार को टोल प्लाजा घरौंडा में पुलिस लाठी चार्ज की घटना के बाद आज घरौंडा में बड़ी महापंचायत हुई। जिसमें गुरनाम सिंह चढूनी ने शिरक्त की। महापंचायत में अनेक किसान नेताओं व संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस मौके पर गुरनाम सिंह चढूनी ने हजारों की संख्या में उपस्थित किसानों को संबोधित किया। इस महापंचायत में कई अहम फैसलें भी लिए गए। चढूनी ने कहा कि कहा कि हम नौ महीनों से पिट रहे हैं लाठियां खा रहे हैं, बस अब और लाठियां खाने की हमारी गुंजायस नहीं है। हम लाठियां खाते खाते दुखी हो चुके हैं। उन्होंने महापंचायत में कहा कि कि जो भी फैसला लेना है एक बार ही लीजिए। हम नौ महीनों से सडकों पर हैं लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। बता दें कि इस महापंचायत में निर्णय लेने के लिए कई संगठनों के प्रतिनिधि आए हुए थे।
महापंचायत में क्या लिया फैसला
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने महापंंचायत में लिए गए अहम फैसलों के बारे में बताया कि कि आज तीन फैसलें लिए गए हैं। हमारे जिन साथियों को चोटें आई हैं एक शहीद हुआ है। उसमें जो भी दोषी अधिकारी हैं चाहे उसमें एसडीएम हो, चाहे पुलिस अधिकारी, उन पर मुकदमा दर्ज किया जाए। इसके लिए सरकार को 6 तारीख तक का टाईम दिया गया है क्योंकि 5 तारीख को उतर प्रदेश में रैली है। सभी ने रैली में भी जाना है। वहां पर संयुक्त मोर्चे की तरफ से बड़ी पंचायत भी रखी गई है। यदि सरकार ने 6 तारीख तक हमारी यह मांगे नहीं मानी तो 7 तारीख को करनाल की अनाज मंडी में एकत्रित होंगे और आंदोलन स्वरूप सचिवालय का अनिश्चित कालीन घेराव करेंगे। इसके साथ जो हमारा भाई शहीद हुआ है उसके परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी देने देने का भी पंचायत में निर्णय लिया गया।

चढूनी ने कहा कि यह भी फैसला लिया गया है कि हरियाणा के सभी संगठन एकत्रित होकर संयुक्त मोर्चे के आगे बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि अब हम कड़ा फैंसला लेंगे। यदि संयुक्त मोर्चे ने कोई कड़ा फैंसला या आंदोलन की कोई रूपरेखा नहीं बनाई तो हम हरियाणा में सभी हरियाणा के संगठनों को एक मंच पर लाकर संयुक्त मोर्चे के आगे अपनी बात रखेंगे ताकि संयुक्त मोर्चे की जो भी आदेश होगा उसके अनुसार आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जा सके। उन्होंने कहा कि जो भी लोग घायल हुए हुए हैं जिनके चोटें आई हैं उन भाईयों को भी सरकार 2-2 लाख का मुआवजा दे। यदि सरकार हमारी मांगे मान लेती है तो ठीक है नहीं तो 7 तारीख को अनाज मंडी में पहुंचेंगे। चढूनी ने कहा कि जो हमारा आंदोनल पहले से ही चल रहा है व चलता रहेगा व सरकार की होने वाले कार्यक्रमों में नेताओं का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कल शाहबाद में भी दुष्यंत चौटाला का घेराव किया जाएगा।