प्रवीण वालिया, करनाल :
- खसरा गिरदावरी का काम शत प्रतिशत मुकम्मल
उपायुक्त अनीश यादव ने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा मीटिंग में जानकारी दी कि जिला में खसरा गिरदावरी का काम शत प्रतिशत रूप से पूरा कर लिया गया है। म्यूटेशन यानि इंतकाल के मामले निपटाने में भी करनाल पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। जनवरी से अब तक जिला की सभी तहसीलों में जितनी रजिस्ट्रियां की गई हैं, वे सभी सम्बंधित को प्रेषित कर दी हैं, यानि कोई भी डिलीवरी पैंडिंग नहीं है।
उपायुक्त ने गिरदावरी और इंतकाल के मामलों की रिपोर्ट पर अधिकारियों के काम से संतुष्टि जाहिर की, लेकिन यह भी कहा कि ओर अच्छा करें। उन्होंने कहा कि आबियाना की वसूली बढ़ाएं। सभी उपमण्डलाधीश 47-ए के मामले में रिकवरी को लेकर गम्भीरता दिखाएं और कहा कि एसडीएम इसमें निजी रूचि लेकर काम करें।
जनवरी 2022 से अब तक डीड रजिस्ट्रेशन की तहसीलवार रिपोर्ट
समीक्षा मीटिंग में उपायुक्त ने बताया कि जिला में करनाल, असंध, घरौंडा, इन्द्री, नीलोखेड़ी, निसिंग, बल्ला व निगदू सहित 8 तहसील/उप तहसील हैं। जनवरी 2022 से अब तक इन तहसीलों में 23 हजार 548 व्यक्तियों ने अपनी रजिस्ट्री करवाई, जो सभी डिलीवर की गई।
खसरा गिरदावरी में करनाल शत प्रतिशत
उन्होंने बताया कि करनाल जिला में राजस्व विभाग द्वारा 434 गांवों में खसरा गिरदावरी का काम शत प्रतिशत किया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें करनाल तहसील के 115, नीलोखेड़ी के 44, इन्द्री के 108, घरौंडा के 64, असंध के 40, निसिंग के 19, निगदू के 31 तथा बल्ला उप तहसील के 14 गांव में गिरदावरी का काम किया गया।
इन अधिकारियों की रही मौजूद
समीक्षा बैठक में एडीसी डॉ. वैशाली शर्मा, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम घरौंडा अभय सिंह जांगडा, एसडीएम असंध मनदीप कुमार,डीआरओ श्याम लाल, डीडीपीओ राजबीर खुंडिया सभी तहसीलदार/नायब तहसीलदार व डीआईओ भी मौजूद थे।
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