प्रवीण वालिया, करनाल:
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज करनाल के निदेशक डा. जगदीश दुरेजा ने कहा कि केसीजीएमसी ने अपने रोगियों की सेवा में एक नया आयाम जोड़ते हुए आज डायलिसिस सेंटर को क्रियान्वित कर दिया। इस सेंटर का उद्घघाटन 3 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा किया गया था। डायलिसिस का इलाज गुर्दे की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए आवश्यक होता है। किन्हीं आपातकालीन अवस्थाओं जैसे चोट लगने, जल जाने, जहरीले वस्तुओं के सेवन की अवस्था में डायलिसिस जान बचाने का माध्यम बन सकता है। यह एक महंगी प्रक्रिया है और इस इलाज को लंबे समय तक करवाने में बहुत अधिक खर्च आता है। डा. दुरेजा ने कहा की डायलिसिस सेंटर का शुरू किया जाना मरीजों की सेवा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि डायलिसिस का इलाज कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में हरियाणा सरकार की ओर से पीपीपी मोड पर शुरू किया गया है जिस पर केवल 1013 रुपये प्रति सेशन खर्च होगा।
अनुसूचित जतियों के मरीजों, दिव्यांगजनों, गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों, हरियाणा सरकार के कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को यह सेवा बिल्कुल मुफ्त प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि 29 वर्षीय युवक अमित करनाल का रहने वाला है और कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज की डायलिसिस सेंटर में इलाज पाने वाला पहला मरीज बना। डायरेक्टर डॉ. दुरेजा से बात करते हुए उसने हर्ष जाहिर किया कि उसे अब इलाज के लिए चंडीगढ़ या पानीपत हफ्ते में तीन बार जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जनसाधारण और मरीजों की जानकारी के लिए डायलिसिस सेंटर के नोडल आॅफिसर ने बताया कि डायलिसिस सेंटर में 8 बेड हैं जिसमें से छह सभी तरह के रोगियों के लिए उपलब्ध हैं। दो बेड केवल एचआईवी और एचसीवी से पीड़ित रोगियों के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। डायलिसिस सेंटर की प्रबंधक ने बताया की एक मरीज को डायलिसिस की प्रक्रिया पूरी करने में 4 घंटे का समय लगता है और 24 घंटे की सुविधा उपलब्ध है।